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पीएम मोदी ने कालाराम मंदिर में किए भगवान राम के दर्शन, बजाए झांझ-मजीरे, देखें तस्वीरें
पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में भगवान राम के प्रख्यात कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान पीएम मोदी 'भजन-कीर्तन' में शामिल हुए और उन्होंने झांझ-मजीरे भी बजाए.
![पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में भगवान राम के प्रख्यात कालाराम मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान पीएम मोदी 'भजन-कीर्तन' में शामिल हुए और उन्होंने झांझ-मजीरे भी बजाए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/a9e10c7b91276c29dc72f3922ead47161705053455388124_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
पीएम मोदी
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![मंदिर के न्यासी सदस्यों ने पीएम मोदी को शॉल, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, भगवान राम की चांदी की मूर्ति और मंदिर के देवताओं भगवान राम, सीता-लक्ष्मण की तस्वीरें देकर सम्मानित किया. मंदिर में उन्हें पंजीरी (प्रसाद) दिया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/f8fad54913bcc8ebb2a3923a5b4a1ed7d67d2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मंदिर के न्यासी सदस्यों ने पीएम मोदी को शॉल, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, भगवान राम की चांदी की मूर्ति और मंदिर के देवताओं भगवान राम, सीता-लक्ष्मण की तस्वीरें देकर सम्मानित किया. मंदिर में उन्हें पंजीरी (प्रसाद) दिया गया.
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![प्रधानमंत्री ने मंदिर की प्रदक्षिणा (परिक्रमा) की और 'भजन-कीर्तन' में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने अन्य भक्तों के साथ झांझ-मजीरे बजाए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/8fdea3d3ee2661d85614f09dba44d8254ab52.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्रधानमंत्री ने मंदिर की प्रदक्षिणा (परिक्रमा) की और 'भजन-कीर्तन' में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने अन्य भक्तों के साथ झांझ-मजीरे बजाए.
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![प्रधानमंत्री ने इस दौरान महाकाव्य रामायण की कथा सुनी. उन्होंने विशेष रूप से 'लंका कांड' वाला खंड सुना जिसमें भगवान राम की अयोध्या वापसी का गान है. रामायण को मराठी में प्रस्तुत किया गया और मोदी ने एआई अनुवाद के माध्यम से हिंदी संस्करण को सुना.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/7886d92db2c2213b15081edc33c85173d061b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्रधानमंत्री ने इस दौरान महाकाव्य रामायण की कथा सुनी. उन्होंने विशेष रूप से 'लंका कांड' वाला खंड सुना जिसमें भगवान राम की अयोध्या वापसी का गान है. रामायण को मराठी में प्रस्तुत किया गया और मोदी ने एआई अनुवाद के माध्यम से हिंदी संस्करण को सुना.
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![महाराष्ट्र के दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने नासिक के पंचवटी क्षेत्र में गोदावरी नदी के किनारे स्थित मंदिर में दर्शन करने से पहले रोड शो भी किया. कालाराम मंदिर के न्यासी वकील अनिकेत निकम और धनंजय पुजारी ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया. इस बीच सड़क के दोनों ओर लोगों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/badd9a51f9615a7b43918fff78e6eba14a93a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
महाराष्ट्र के दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने नासिक के पंचवटी क्षेत्र में गोदावरी नदी के किनारे स्थित मंदिर में दर्शन करने से पहले रोड शो भी किया. कालाराम मंदिर के न्यासी वकील अनिकेत निकम और धनंजय पुजारी ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया. इस बीच सड़क के दोनों ओर लोगों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए.
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![प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक 10 दिन पहले हुआ. मोदी ने मंदिर में भगवान गणेश और भगवान राम का 'पूजन' एवं 'आरती' की जिसमें मुख्य पुजारी, महंत सुधीरदास पुजारी ने अनुष्ठान कराया .](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/1615f7e2058eb4a661ce4d08aa7d836149285.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से ठीक 10 दिन पहले हुआ. मोदी ने मंदिर में भगवान गणेश और भगवान राम का 'पूजन' एवं 'आरती' की जिसमें मुख्य पुजारी, महंत सुधीरदास पुजारी ने अनुष्ठान कराया .
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![रामायण से जुड़े स्थानों में पंचवटी का विशेष स्थान है क्योंकि रामायण की कई महत्वपूर्ण घटनाएं इसी स्थान पर घटी थी. पंचवटी का अर्थ है पांच बरगद के पेड़ों वाली भूमि. किंवदंती है कि भगवान राम ने यहां अपनी कुटिया स्थापित की थी क्योंकि पांच बरगद के पेड़ों की उपस्थिति ने इस क्षेत्र को शुभ बना दिया था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/12/c9e8c5e50a966e9196853e3780346d1405d8c.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रामायण से जुड़े स्थानों में पंचवटी का विशेष स्थान है क्योंकि रामायण की कई महत्वपूर्ण घटनाएं इसी स्थान पर घटी थी. पंचवटी का अर्थ है पांच बरगद के पेड़ों वाली भूमि. किंवदंती है कि भगवान राम ने यहां अपनी कुटिया स्थापित की थी क्योंकि पांच बरगद के पेड़ों की उपस्थिति ने इस क्षेत्र को शुभ बना दिया था.
Published at : 12 Jan 2024 03:30 PM (IST)
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![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion