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क्या शारीरिक संबंध बनाने से मेंटल हेल्थ होती है बेहतर, जानें दोनों में क्या कनेक्शन?
इंसान की जिंदगी में शारीरिक संबंध बेहद अहमियत रखते हैं. इनसे व्यक्तिगत रिश्ता मजबूत होता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या शारीरिक संबंध बनाने से मेंटल हेल्थ बेहतर होती है?
शारीरिक संबंध और मेंटल हेल्थ के कनेक्शन को लेकर कई रिसर्च की जा चुकी हैं. ऐसे में हम एक्सपर्ट्स के हवाले से जानते हैं कि इनसे हमारी जिंदगी पर क्या असर पड़ता है?
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साइंटिफिक स्टडीज में यह बात सामने आ चुकी है कि हेल्दी फिजिकल रिलेशन से मेंटल हेल्थ बेहतर हो सकती है. इस संबंध में जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन में 2023 के दौरान एक स्टडी पब्लिश हुई थी.
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इस स्टडी में बताया गया था कि रेगुलर और पॉजिटिव शारीरिक संबंध से ऑक्सीटोसिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के स्राव बढ़ता है. ये हार्मोन तनाव को कम करने, खुशी की अनुभूति बढ़ाने और चिंता को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
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ऑक्सीटोसिन भी शारीरिक स्पर्श और अंतरंगता के दौरान रिलीज होता है, जो रिश्तों में विश्वास और इमोशनल कनेक्शन को मजबूत करता है. लैंसेट साइकियाट्री की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत रिश्ते और नियमित शारीरिक अंतरंगता डिप्रेशन और चिंता के लक्षणों को 20-30 पर्सेंट तक कम कर सकती है.
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दिल्ली की साइकॉलजिस्ट डॉ. अनीता शर्मा कहती हैं कि शारीरिक संबंध न केवल शारीरिक जरूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि इनसे इमोशनल सिक्योरिटी और कॉन्फिडेंस में भी इजाफा होता है. हालांकि, यह तभी संभव है, जब दोनों व्यक्ति एक-दूसरे के साथ सहज हों.
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शारीरिक संबंधों का मेंटल हेल्थ पर असर सहमति और पार्टनर के बीच इमोशनल कनेक्शन पर काफी ज्यादा निर्भर करता है. जामा साइकियाट्री में 2024 के दौरान पब्लिश एक स्टडी के अनुसार, असहमति या दबाव में बनाए गए शारीरिक संबंध से मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ सकता है. इससे पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD), चिंता और आत्मसम्मान में कमी जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.
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साइकोलॉजिकल साइंस में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, शारीरिक संबंधों से कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का लेवल कम होता है. यह खासकर उन लोगों में देखा गया, जो अपने पार्टनर के साथ रेगुलर और पॉजिटिव रिलेशन बनाए रखते हैं.
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शारीरिक संबंधों के बाद ऑक्सीटोसिन और प्रोलैक्टिन हार्मोंन्स का स्राव बढ़ता है, जिससे नींद अच्छी आती है. जर्नल ऑफ स्लीप रिसर्च (2023) के अनुसार, अच्छी नींद डिप्रेशन और चिंता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
Published at : 03 Jul 2025 11:58 AM (IST)
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