एक्सप्लोरर

Shiv Shakti Rekha: केदारनाथ से रामेश्वरम तक एक ही सीध में क्यों बने हैं शिव जी के 7 मंदिर, जानें रहस्य

Shiv Shakti Rekha: उत्तर में केदारनाथ से दक्षिण में रामेश्वर में 7 ऐसे शिव मंदिर हैं जो एक सिधी लाइन में नजर आते हैं, आखिर क्यों सीधी रेखा में बने ये मंदिर, इनका आध्यात्मिक महत्व और रहस्य जानें.

Shiv Shakti Rekha: उत्तर में केदारनाथ से दक्षिण में रामेश्वर में 7 ऐसे शिव मंदिर हैं जो एक सिधी लाइन में नजर आते हैं, आखिर क्यों सीधी रेखा में बने ये मंदिर, इनका आध्यात्मिक महत्व और रहस्य जानें.

शिव शक्ति रेखा

1/7
केदारनाथ से रामेश्वरम इन दोनों ज्योतिर्लिंग के बीच अधिकतर और प्रमुख शिव मंदिर लगभग एक ही समानांतर रेखा पर स्थित है. इसे शिव शक्ति रेखा कहा जाता है. खास बात ये है कि इसमें 5 ऐसे मंदिर हैं जिन्हें जो सृष्टि के पांच तत्वों (जल, अग्नि, वायु, आकाश और धरती) का प्रतिनिधित्व करते हैं. इन्हें पंच भूत कहा जाता है.
केदारनाथ से रामेश्वरम इन दोनों ज्योतिर्लिंग के बीच अधिकतर और प्रमुख शिव मंदिर लगभग एक ही समानांतर रेखा पर स्थित है. इसे शिव शक्ति रेखा कहा जाता है. खास बात ये है कि इसमें 5 ऐसे मंदिर हैं जिन्हें जो सृष्टि के पांच तत्वों (जल, अग्नि, वायु, आकाश और धरती) का प्रतिनिधित्व करते हैं. इन्हें पंच भूत कहा जाता है.
2/7
ये सभी मंदिर एक ही कतार में हैं. लेकिन सभी मंदिरों की स्थापना अलग-अलग काल में हुई है. सभी मंदिर 4000 साल पहले बनाए गए थे. उस समय अक्षांश और देशांतर को मापने के लिए कोई तकनीक उपलब्ध नहीं थी. ऐसे में इन मंदिरों का इतिहास अद्भुत है.
ये सभी मंदिर एक ही कतार में हैं. लेकिन सभी मंदिरों की स्थापना अलग-अलग काल में हुई है. सभी मंदिर 4000 साल पहले बनाए गए थे. उस समय अक्षांश और देशांतर को मापने के लिए कोई तकनीक उपलब्ध नहीं थी. ऐसे में इन मंदिरों का इतिहास अद्भुत है.
3/7
शिव शक्ति रेखा की शुरुआत रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ मंदिर से होती है. ये भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इसका निर्माण जन्मेजय ने कराया था.
शिव शक्ति रेखा की शुरुआत रुद्रप्रयाग में स्थित केदारनाथ मंदिर से होती है. ये भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इसका निर्माण जन्मेजय ने कराया था.
4/7
दूसरा मंदिर है चित्तूर जिले का श्रीकालाहस्ती मंदिर, जो वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. कहते हैं विजयनगर साम्राज्य के राजा कृष्णदेव राय ने इसका निर्माण कराया था. राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति के लिए यहां विशेष पूजा होती है.
दूसरा मंदिर है चित्तूर जिले का श्रीकालाहस्ती मंदिर, जो वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. कहते हैं विजयनगर साम्राज्य के राजा कृष्णदेव राय ने इसका निर्माण कराया था. राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति के लिए यहां विशेष पूजा होती है.
5/7
तीसरा है तमिलनाडु का एकम्बरेश्वर मंदिर जहां शिवजी को धरती तत्व के रूप पूजा जाता है. इसका निर्माण पल्लव राजाओं ने कराया था. चौथा मंदिर तिरुवन्नामलाई में स्थित अरुणाचल मंदिर, जिसे चोलवंशी राजानों ने बनवाया था. इसे अग्नि लिंग के रूप में पूजा जाता है.
तीसरा है तमिलनाडु का एकम्बरेश्वर मंदिर जहां शिवजी को धरती तत्व के रूप पूजा जाता है. इसका निर्माण पल्लव राजाओं ने कराया था. चौथा मंदिर तिरुवन्नामलाई में स्थित अरुणाचल मंदिर, जिसे चोलवंशी राजानों ने बनवाया था. इसे अग्नि लिंग के रूप में पूजा जाता है.
6/7
पांचवां मंदिर है तिरुचिरापल्ली का जम्बुकेश्वर मंदिर जो जल तत्व का प्रतीक है.  इस मंदिर के गर्भगृह में एक प्राकृतिक जलधारा निरंतर बहती रहती है.
पांचवां मंदिर है तिरुचिरापल्ली का जम्बुकेश्वर मंदिर जो जल तत्व का प्रतीक है. इस मंदिर के गर्भगृह में एक प्राकृतिक जलधारा निरंतर बहती रहती है.
7/7
छठवां मंदिर है श्री थिल्लई नटराज मंदिर जो आकाश तत्व का प्रतीक है. ये महादेव को महादेव के नृत्य रूप नटराज को समर्पित है. शिव शक्ति रेखा के अंत में आता है रामेश्वर मंदिर जो 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.
छठवां मंदिर है श्री थिल्लई नटराज मंदिर जो आकाश तत्व का प्रतीक है. ये महादेव को महादेव के नृत्य रूप नटराज को समर्पित है. शिव शक्ति रेखा के अंत में आता है रामेश्वर मंदिर जो 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.
Preferred Sources

ऐस्ट्रो फोटो गैलरी

और देखें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

B Sudershan Reddy: बी सुदर्शन रेड्डी कौन? जिन्हें इंडिया गठबंधन ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
बाला कृष्ण सुदर्शन रेड्डी कौन? जिन्हें इंडिया गठबंधन ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कहा- अमेरिकी टैरिफ की वजह से कारोबारियों पर मंडरा रहा संकट
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कहा- अमेरिकी टैरिफ की वजह से कारोबारियों पर मंडरा रहा संकट
Voter Adhikar Yatra: राहुल गांधी ने बिहार में किसको दी फ्लाइंग किस, मुस्कान से जीता सबका दिल
राहुल गांधी ने बिहार में किसको दी फ्लाइंग किस, मुस्कान से जीता सबका दिल
Asia Cup 2025: आज होगा बड़ा फैसला, दोपहर 1.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम का ऐलान, जानें कहां देखें लाइव
आज होगा बड़ा फैसला, दोपहर 1.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम का ऐलान, जानें कहां देखें लाइव
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Gujarat News: नवसारी में झूले के गिरने से 5 लोग घायल | ABP News | Breaking
महाभियोग...संयोग या प्रयोग ?
Bihar Election 2025: 'वोट चोरी' वाले 'चक्रव्यूह' में फंसा देश? | Pratima Mishra | Breaking |ABP News
Rahul-Tejashwi का 'यात्रा संग्राम'...तय करेगा बिहार का परिणाम?
Mumbai Weather: महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट! | Maharashtra | IMD Alert | Breaking | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
B Sudershan Reddy: बी सुदर्शन रेड्डी कौन? जिन्हें इंडिया गठबंधन ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
बाला कृष्ण सुदर्शन रेड्डी कौन? जिन्हें इंडिया गठबंधन ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कहा- अमेरिकी टैरिफ की वजह से कारोबारियों पर मंडरा रहा संकट
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कहा- अमेरिकी टैरिफ की वजह से कारोबारियों पर मंडरा रहा संकट
Voter Adhikar Yatra: राहुल गांधी ने बिहार में किसको दी फ्लाइंग किस, मुस्कान से जीता सबका दिल
राहुल गांधी ने बिहार में किसको दी फ्लाइंग किस, मुस्कान से जीता सबका दिल
Asia Cup 2025: आज होगा बड़ा फैसला, दोपहर 1.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम का ऐलान, जानें कहां देखें लाइव
आज होगा बड़ा फैसला, दोपहर 1.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय टीम का ऐलान, जानें कहां देखें लाइव
तारक मेहता में 17 सालों में पहली बार हुआ ये, नई फैमिली गोकुलधाम में आई रहने, यूजर्स बोले- पहले दया को लाओ, पागल मत बनाओ
तारक मेहता में 17 सालों में पहली बार हुआ ये, नई फैमिली गोकुलधाम में आई रहने, यूजर्स बोले- पहले दया को लाओ, पागल मत बनाओ
कितनी मोटी सैलरी उठाते हैं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, जिनके खिलाफ महाभियोग लाने जा रहा विपक्ष
कितनी मोटी सैलरी उठाते हैं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, जिनके खिलाफ महाभियोग लाने जा रहा विपक्ष
5 घुड़सवार और 25 तलवारबाज लेकर मुगलों से भिड़ गया था ये हिंदू राजा, जीती थीं 52 लड़ाईयां
5 घुड़सवार और 25 तलवारबाज लेकर मुगलों से भिड़ गया था ये हिंदू राजा, जीती थीं 52 लड़ाईयां
क्या एक फैलोपियन ट्यूब से नैचुरली कंसीव करना है मुश्किल? जानिए क्या कहते हैं गायनोलॉजिस्ट
क्या एक फैलोपियन ट्यूब से नैचुरली कंसीव करना है मुश्किल? जानिए क्या कहते हैं गायनोलॉजिस्ट
Embed widget