China Populations: चीन ने सिविल सेवा परीक्षा की आयु सीमा बढ़ाई! जानें क्यों उठाया इतना बड़ा कदम
चीन ने तीन दशकों में पहली बार सिविल सेवा पदों की अधिकतम आयु सीमा 35 से बढ़ाकर 38 कर दी है. जानिए इस फैसले के पीछे जनसंख्या और कार्यबल से जुड़ी बड़ी वजहें.

चीन ने अपने सिविल सेवा ढांचे में तीन दशकों बाद एक बड़ा बदलाव किया है. सरकार ने कुछ पदों के लिए अधिकतम नियुक्ति आयु 35 वर्ष से बढ़ाकर 38 वर्ष कर दी है. यह फैसला न केवल नौकरशाही में उम्रदराज उम्मीदवारों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि यह चीन की जनसंख्या और श्रम बाजार से जुड़ी गंभीर चुनौती को भी दर्शाता है. यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब चीन का वर्क फोर्स लगातार सिकुड़ रहा है और बूढ़ी होती जनसंख्या देश की अर्थव्यवस्था के लिए नया खतरा बन गई है.
चीन में 2026 की राष्ट्रीय सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन शुरू होने से पहले सरकार ने मंगलवार (14 अक्टूबर 2025) को यह संशोधन जारी किया. अब आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 38 वर्ष रखी गई है. मास्टर डिग्री और डॉक्टरेट डिग्री धारकों के लिए यह सीमा और भी बढ़ाई गई है. उनके लिए अधिकतम आयु 40 से बढ़ाकर 43 वर्ष कर दी गई है. चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इस बदलाव को देश की सेवानिवृत्ति नीति में प्रगतिशील सुधार की दिशा में उठाया गया कदम बताया है. सरकारी बयान के अनुसार, इस साल 30 नवंबर को होने वाली परीक्षा के जरिए 38,100 नए सिविल सेवकों की भर्ती की जाएगी.
क्यों बढ़ाई गई आयु सीमा?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की इस नीति के पीछे सबसे बड़ी वजह है बूढ़ी होती आबादी और घटता वर्क फोर्स. पिछले कुछ वर्षों में चीन की जनसंख्या वृद्धि दर ऐतिहासिक रूप से नीचे आ चुकी है. तीन दशकों तक लागू रही एक-बच्चा नीति के कारण देश में युवा आबादी कम हो गई है, जबकि बुजुर्गों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आंकड़ों के अनुसार, चीन में 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या 2035 तक कुल जनसंख्या का 40% यानी 40 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है. यह आंकड़ा ब्रिटेन और अमेरिका की संयुक्त आबादी के बराबर है. इस तेजी से बढ़ती वृद्ध आबादी ने सरकार को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि देश की आर्थिक उत्पादकता को कैसे बनाए रखा जाए. वृद्ध उम्मीदवारों को कार्यबल में लंबे समय तक बनाए रखने के लिए आयु सीमा बढ़ाना इसी रणनीति का हिस्सा है.
रिटायरमेंट एज में भी बदलाव
यह बदलाव सिर्फ सिविल सेवा भर्ती तक सीमित नहीं है. इस वर्ष चीन ने रिटायरमेंट एज में भी धीरे-धीरे बदलाव करने की शुरुआत की है. पुरुष कर्मचारियों के लिए सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 63 वर्ष कर दी गई है. वहीं, महिला कर्मचारियों खासकर वाइट कॉलर वाले कर्मचारियों की आयु 55 से बढ़ाकर 58 वर्ष की गई है.
चीन की जनसंख्या चुनौती
चीन एक लंबे समय तक दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश रहा, लेकिन अब स्थिति उलट रही है. भारत ने 2023 में चीन को पीछे छोड़कर सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया. इसके साथ ही चीन के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई. युवा आबादी घट रही है, लेकिन बुजुर्गों की संख्या लगातार बढ़ रही है. यह स्थिति चीन के लिए आर्थिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर खतरनाक मानी जा रही है. एक तरफ श्रमबल की कमी से औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हो सकता है तो दूसरी तरफ पेंशन और स्वास्थ्य पर सरकारी बोझ बढ़ रहा है.
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Source: IOCL























