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लखनऊ पुलिस ने किया 'आम आदमी का एनकाउंटर': पढ़ें विवेक तिवारी मर्डर केस की पूरी टाइमलाइन
कल शाम एपल कंपनी का बड़ा इवेंट था. कंपनी के दो फोन भारत में लॉन्च किए गए थे. ये फोन शाम छह बजे से बाजार में बेचे जाने शुरु हुए थे. विवेक तिवारी एपल कंपनी के एरिया मैनेजर थे. उनके लिए ये बहुत बड़ा मौका था. वे रात में देर से ऑफिस से निकले.

लखनऊ: कल शाम एपल कंपनी का बड़ा इवेंट था. कंपनी के दो फोन भारत में लॉन्च किए गए थे. ये फोन शाम छह बजे से बाजार में बेचे जाने शुरु हुए थे. विवेक तिवारी एपल कंपनी के एरिया मैनेजर थे. उनके लिए ये बहुत बड़ा मौका था. वे रात में देर से ऑफिस से निकले. उनके साथ उनकी सहकर्मी सना भी थीं. वे सना को उसके घर छोड़ने के बाद अपने घर जाने वाले थे. रास्ते में गोमती नगर इलाके में पुलिस की एक बाइक ने उन्हें रुकने को कहा. गोली मारने वाले कांस्टेबल प्रशांत का कहना है कि विवेक भाग रहे थे और जान से मारने की नीयत से बाइक पर अपनी गाड़ी चढा दी. जिसके बाद प्रशांत ने विवेक को गोली मार दी.
इसके बाद विवेक को लोहिया अस्पताल लाया गया और उनकी पत्नी कल्पना को घटना की सूचना दी गई. कल्पना ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जब वो लोहिया पहुंचीं तो उन्हें बताया गया कि विवेक को चोट लगी है. आरोप विवेक के चरित्र पर लगाए गए. कहा गया कि वे आपत्तिजनक हालत में थे." उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें घंटों बाद विवेक की मौत के बारे में बताया. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि विवेक के चरित्र पर सवाल उठाए गए.
इस पूरे मामले में चश्मदीद सना के पास दो महिला कांस्टेबल तैनात कर दी गईं. सना ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वे मेंटल ट्रॉमा की हालत में हैं और फिलहाल कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं. इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह से बात की और सही कार्रवाई करने को कहा. एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार इसके तुरंत बाद मीडिया के सामने आए और घटना के लिए माफी मांगी. उन्होंने कहा कि मृतक के चरित्र पर पुलिस द्वारा सवाल उठाने का कोई सवाल ही नहीं है, वे भले आदमी थे.
उन्होंने कहा कि इस केस में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. विपक्षी समाजवादी पार्टी ने इस केस को लेकर योगी आदित्यनाथ की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है वहीं बीजेपी की ओर से कहा गया है कि ये कोई एनकाउंटर नहीं बल्कि आपराधिक मामला है जिसमें आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसके बाद विवेक को लोहिया अस्पताल लाया गया और उनकी पत्नी कल्पना को घटना की सूचना दी गई. कल्पना ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जब वो लोहिया पहुंचीं तो उन्हें बताया गया कि विवेक को चोट लगी है. आरोप विवेक के चरित्र पर लगाए गए. कहा गया कि वे आपत्तिजनक हालत में थे." उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें घंटों बाद विवेक की मौत के बारे में बताया. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि विवेक के चरित्र पर सवाल उठाए गए.
इस पूरे मामले में चश्मदीद सना के पास दो महिला कांस्टेबल तैनात कर दी गईं. सना ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वे मेंटल ट्रॉमा की हालत में हैं और फिलहाल कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं. इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह से बात की और सही कार्रवाई करने को कहा. एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार इसके तुरंत बाद मीडिया के सामने आए और घटना के लिए माफी मांगी. उन्होंने कहा कि मृतक के चरित्र पर पुलिस द्वारा सवाल उठाने का कोई सवाल ही नहीं है, वे भले आदमी थे.
उन्होंने कहा कि इस केस में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. विपक्षी समाजवादी पार्टी ने इस केस को लेकर योगी आदित्यनाथ की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है वहीं बीजेपी की ओर से कहा गया है कि ये कोई एनकाउंटर नहीं बल्कि आपराधिक मामला है जिसमें आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
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Source: IOCL





















