सीवर की सफाई करते हुए कर्मचारी की मौत के बाद हड़ताल से बेहाल हुए मथुरा-वृन्दावन
शहर के सर्वाधिक व्यस्त बाजार के निकट दो दिन पूर्व सीवर लाइन की सफाई के दौरान गैस की चपेट में आने से एक सफाईकर्मी की मृत्यु के बाद अन्य सफाईकर्मियों के भी हड़ताल पर चले जाने से मथुरा और वृन्दावन गंदगी से पटने लगे हैं.

मथुरा: शहर के सर्वाधिक व्यस्त बाजार के निकट दो दिन पूर्व सीवर लाइन की सफाई के दौरान गैस की चपेट में आने से एक सफाईकर्मी की मृत्यु के बाद अन्य सफाईकर्मियों के भी हड़ताल पर चले जाने से मथुरा और वृन्दावन गंदगी से पटने लगे हैं.
गौरतलब है कि बुधवार को घटी इस घटना के बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया ने मृतक की पत्नी को स्थाई नौकरी, भाई को संविदा नौकरी, प्रधानमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये, मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 2 लाख रुपये एवं अंबेडकर फाउण्डेशन की ओर से 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, पत्नी व मां को विधवा पेंशन तथा प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में एक मकान दिलाने का आश्वासन दिया था.
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इनके अलावा नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी व ठेकेदार आदि मिलकर पांच लाख रुपए की तत्काल आर्थिक सहायता भी कर चुके हैं. इसके बाद भी सफाईकर्मी सभी मांगों के पूरे होने तक हड़ताल करने पर अड़े हुए हैं.
नगर आयुक्त समीर वर्मा ने बताया,"हम बराबर सफाईकर्मी नेताओं से संपर्क बनाए हुए हैं. उनसे जनहित में हड़ताल समाप्त करने की अपील की गई है. इन दिनों वैसे भी अधिक मास के चलते मथुरा व वृन्दावन में श्रद्धालुओं का भारी दबाव बना हुआ है.’
उन्होंने बताया,"फिर एक बार वार्ता कर हड़ताल समाप्त कराने के लिए बैठक रखी गई है. इसके अलावा पीड़ित परिवार को राहत देने के लिए किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं. उम्मीद है हड़ताल जल्द खुल जाएगी."
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