मॉब लिंचिंग: स्वामी अग्निवेश की पिटाई के बाद राहुल ने पूछा- मैं कौन हूं? विपक्ष का संसद में हंगामा
भीड़ की हिंसा (मॉब लींचिंग) के खिलाफ आज संसद में गूंज सुनाई दी. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और सीपीआई ने मॉब लींचिंग पर चर्चा की मांग की. इसी मांग के लिए पार्टी सांसद संसद में हंगामा कर रहे हैं.

नई दिल्ली: देशभर में जारी भीड़ की हिंसा ने शीर्ष अदालत, संसद और राजनीतिक दलों को गंभीरता से विचार के लिए मजबूर कर दिया है. कल ही झारखंड के पाकुड़ में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के युवा मोर्चा के कथित कार्यकर्ताओं ने समाजसेवी स्वामी अग्निवेश की बुरी तरह से पिटाई कर दी. विपक्षी दल इस तरह की भीड़ की हिंसा के लिए सत्तारूढ़ दल बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है. वहीं बीजेपी की सरकार का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज स्वामी अग्निवेश की पिटाई से जुड़ा एक वीडियो साझा करते हुए पूछा कि मैं घृणा फैलाता हूं और कमजोरों को कुचल देता हूं, बताओ मैं कौन हूं? उन्होंने कहा, "मैं लाइन में खड़े सबसे शक्तिशाली के सामने झुक जाता हूं. एक व्यक्ति की ताकत और सत्ता ही मेरे लिए महत्वपूर्ण है. मैं सत्ता को बनाए रखने के लिए घृणा और भय का उपयोग करता हूं."
Pop Quiz
I bow to the most powerful in the line. A person's strength & power are all that are important to me. I use hatred & fear to maintain the hierarchy of power. I seek out the weakest & crush them. I rank all living beings based on their usefulness to me. Who am I? pic.twitter.com/y7jw49Hei7 — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 18, 2018
संसद में गूंज भीड़ की हिंसा (मॉब लींचिंग) के खिलाफ आज संसद में गूंज सुनाई दी. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और सीपीआई ने मॉब लींचिंग पर चर्चा की मांग की. इसी मांग के लिए पार्टी सांसद संसद में हंगामा कर रहे हैं. उनका आरोप है कि बीजेपी राज में ही इस तरह की हिंसक वारदातें हो रही है और सरकार इसपर लगाम लगाने में नाकामयाब रही है.
After TMC in Rajya Sabha, now RJD MP JP Yadav has also given an adjournment motion notice in Lok Sabha over cases of mob lynching.The #MonsoonSession of Parliament begins today. (file pic) pic.twitter.com/AFaGUbLJXX
— ANI (@ANI) July 18, 2018
CPI MP D Raja has given adjournment motion notice in Rajya Sabha over cases of mob lynching and attack on Swami Agnivesh. The #MonsoonSession of the Parliament begins today. (file pic) pic.twitter.com/W0ogbaqWc8
— ANI (@ANI) July 18, 2018
आपको बता दें कि गोरक्षा, बच्चा चोर के नाम पर और असहमत होने पर देशभर में भीड़ हिंसा करती रही है. केवल गोरक्षा के नाम पर भीड़ अब तक 33 लोगों की जान ले चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट तल्ख कल ही सुप्रीम कोर्ट ने भीड़ की हिंसा पर लगाम के लिए दिशानिर्देश जारी किये थे और संसद से कानून बनाने के लिए कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ''भीड़तंत्र की भयानक गतिविधियों को नए कायदे नहीं बनने दिया जा सकता और इन पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है.'' अदालत ने आगे कहा, ''किसी भी शख्स को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. भय और अराजकता का माहौल पैदा करने वालों के खिलाफ राज्य कार्रवाई करे. हिंसा की इजाजत नहीं दी जा सकती है.''
SC के निर्देश के बावजूद जारी है मॉब लिंचिंग, हावड़ा में चोरी के संदेह पर पीट-पीट कर हत्या
जब दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट भीड़ की हिंसा पर सख्त टिप्पणी कर रहा था, और इससे निपटने के लिए सरकार को निर्देश दे रहा था उसी वक्त राष्ट्रीय राजधानी से करीब 1400 किलोमीटर दूर भीड़ स्वामी अग्निवेश को पीट रही थी.
जय श्रीराम बोलते हुए किया गया था हमला स्वामी अग्निवेश (78) पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' का नारा बोलते हुए हमला किया था. यह घटना मंगलवार को तब हुई जब अग्निवेश लिट्टिपाड़ा के 195वें दामिन महोत्सव में भाग लेने के लिए होटल से निकलकर कार की ओर बढ़ रहे थे, तभी समूह उन पर टूट पड़ा. हमलावर इसके अलावा ये भी नारे लगा रहे थे, "अग्निवेश वापस जाओ, अग्निवेश वापस जाओ. अगर तुम्हें भारत में रहना है तो वंदे मातरम् कहना होगा."
बीजेवाईएम कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अग्निवेश ईसाई मिशनरियों के कहने पर जनजातीय लोगों को उकसाने आए थे. विचलित नजर आ रहे अग्निवेश ने कहा, "मैं हर प्रकार की हिंसा के खिलाफ हूं. मेरी पहचान शांतिप्रिय व्यक्ति के रूप में है. मुझे नहीं पता कि मुझ पर हमला क्यों हुआ."
हिंसक भीड़ को बिखेरना मौजूद पुलिस अधिकारी की ज़िम्मेदारी, भीड़तंत्र की इजाजत नहीं: SC
Source: IOCL























