NRI Quota Seats Scam: मेडिकल कॉलेजों में NRI कोटा एडमिशन घोटाले में ED का बड़ा एक्शन, फर्जी NRI सर्टिफिकेट्स और नकली नोटरी स्टैम्प्स बरामद
NRI Quota Seats Scam: MEA ने साफ किया है कि NRI सर्टिफिकेट सिर्फ फर्स्ट और सेकंड डिग्री रिश्तेदारों के लिए ही दिया जाएगा. नए नियमों से सिर्फ सही और Eligible NRI स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिलेगा.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में वेस्ट बंगाल और ओडिशा के कई प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों पर बड़ी कार्रवाई की है. आरोप है कि इन कॉलेजों और एजेंट्स ने मिलकर NRI कोटा की सीटों पर गैर-योग्य छात्रों को एडमिशन दिलाया और इस प्रक्रिया में करोड़ों का काला धन बनाया. ED ने मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए जब रेड की तो रेड में फर्जी NRI सर्टिफिकेट्स, नकली नोटरी स्टैम्प्स जो USA के नाम से थे और दूसरे कई पेपर मिले.
जांच में पता चला कि सुप्रीम कोर्ट के नियम के मुताबिक सिर्फ फर्स्ट डिग्री या सेकंड डिग्री NRI रिश्तेदार ही स्टूडेंट को Sponsor कर सकते है, लेकिन एजेंट्स ने पैसे देकर अनजान NRIs के डॉक्यूमेंट्स लिए और उन्हें रिश्तेदार दिखाकर फर्जी फैमिली ट्री बना दिया. कई मामलों में एक ही NRI के डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल अलग-अलग स्टूडेंट्स के लिए किया गया.
ED को जांच में क्या-क्या पता चला ?
नियमों के हिसाब से फीस NRI Sponsor को भरनी चाहिए ताकि भारत में Foreign Exchange आए, लेकिन ज्यादातर मामलों में फीस स्टूडेंट्स के परिवार ने भरी, जिससे सिस्टम का असली मकसद फेल हो गया. कई Sponsors उस वक्त इंडिया में थे ही नहीं, जब उनके नाम से Affidavits बने. यानी डॉक्यूमेंट्स में सीधे तौर पर फर्जी Signatures का इस्तेमाल किया गया.
ED की इस इस कार्रवाई के बाद सरकार और Medical Counselling Committee ने NRI कोटा एडमिशन के लिए नए और कड़े नियम बनाए हैं, जिसमें अब Embassy Certificate को Ministry of External Affairs और हाई कमीशन से Verify कराया जाएगा. अगर सर्टिफिकेट फेक निकला तो कैंडिडेट का एडमिशन तुरंत रद्द कर दिया जाएगा और कॉलेज के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
MEA का भी आया बयान
MEA ने साफ किया है कि NRI सर्टिफिकेट सिर्फ फर्स्ट और सेकंड डिग्री रिश्तेदारों के लिए ही दिया जाएगा. नए नियमों से सिर्फ सही और Eligible NRI स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिलेगा. NRI कोटा देशभर में कुल मेडिकल सीटों का लगभग 15% (1.2 लाख MBBS सीटों में से) होता है. अब खाली NRI सीटें मैनेजमेंट कोटा में कन्वर्ट हो जाएंगी और बेहतर रैंक वाले स्टूडेंट्स को फायदा मिलेगा.
NRI कोटा सिर्फ मेडिकल कॉलेज तक सीमित नहीं है. ये लॉ, MBA और सेंट्रल व स्टेट यूनिवर्सिटीज में भी लागू होता है. ऐसे में ये जांच पूरे एजुकेशन सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी और मेरिट को मजबूत करेगी.
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Source: IOCL






















