India Or Bharat Issue: 'संविधान और हमारी एकता पर हमला', 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर बोले केरल के सीएम पिनराई विजयन
Bharat Or India Issue: 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने परोक्ष रूप से केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए नाम बदलने की कोशिश को संकीर्ण राजनीति बताया है.

Pinarayi Vijayan On India Or Bharat Issue: केरल के मुख्यमंत्री और सीपीआई-एम के वरिष्ठ नेता पिनराई विजयन ने 'इंडिया या भारत' मुद्दे पर परोक्ष रूप से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने देश का नाम बदलने की कोशिश को संविधान और एकता पर हमला और इसे संकीर्ण राजनीति करार दिया है.
इंडिया या भारत मुद्दे पर क्या बोले सीएम पिनराई विजयन?
सीएम विजयन ने बुधवार (6 सितंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, ''इंडिया का नाम बदलने की कोशिश संविधान और हमारी एकता पर हमला है. इस संकीर्ण राजनीति के खिलाफ आइये मजबूती से खड़े हों, जो असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है. हमारा संकल्प वहीं रहेगा- भारत मेरा देश है और सभी भारतीय मेरे भाई और बहन हैं.''
The attempt to change #India's name is an attack on the Constitution, and our unity. Let's stand firm against this narrow politics, which seeks to divert public attention from the real issues. Our pledge remains unchanged: 'India is my country; all Indians are my brothers and…
— Pinarayi Vijayan (@pinarayivijayan) September 6, 2023
यह बहुलवाद को नष्ट करने के प्रयासों का हिस्सा- सीएम विजयन
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 'इंडिया या भारत' नाम विवाद पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि यह देश के बहुलवाद को नष्ट करने के लिए सत्तारूढ़ शासन की ओर से लगातार किए जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है. विजयन ने एक बयान में कहा कि कोई भी राजनीतिक निर्णय देश के हितों के खिलाफ नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मौजूदा मामले में, देश का नाम बदलने का कथित कदम 'अलोकतांत्रिक' और 'असंवैधानिक' है. यह सवाल करते हुए कि केंद्र 'इंडिया' शब्द से डरता क्यों है, उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार देश का नाम बदलने के लिए उठाए गए कदम को वापस ले.
कैसे खड़ा हुआ विवाद?
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से भेजे गए जी20 रात्रिभोज के निमंत्रण में उनका पद ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. विपक्षी दलों ने मंगलवार (5 सितंबर) को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार देश के नाम से ‘इंडिया’ हटाकर सिर्फ भारत को बनाए रखने की योजना बना रही है.