सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, पुलवामा हमले की साजिश में शामिल रहा जैश आतंकी फैयाज पंजू एनकाउंटर में ढेर
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ''अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में हुई मुठभेड़ में फैयाज पंजू अपने साथी के साथ मारा गया.'' फैयाज 12 जून को अनंतनाग में सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए हमले में भी शामिल था.

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मंगलवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक स्वयंभू 'कमांडर' समेत दो आतंकवादी मारे गए. मुठभेड़ में मारा गया जैश का स्वयंभू 'कमांडर' 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले का सह-साजिशकर्ता था. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ''अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में हुई मुठभेड़ में फैयाज पंजू अपने साथी के साथ मारा गया.'' उन्होंने बताया कि पंजू उर्फ फैयाज अहमद ठोकर उर्फ हंजुल्ला बाई पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले का एक 'सह-साजिशकर्ता' था.
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. अधिकारी ने बताया कि फैयाज 12 जून को अनंतनाग में सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए हमले में भी शामिल था. इस हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गये थे और एसएचओ अरशद खान गंभीर रूप से घायल हो गये थे. हालांकि बाद में उनकी मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि पंजू अप्रैल, 2018 में आतंकवाद से जुड़ा था और वह त्राल-अवंतीपुरा-बिजबेहरा-अशमुकाम क्षेत्रों में सक्रिय था.
अधिकारी ने बताया कि वह कश्मीर घाटी में विदेशी आतंकवादियों को साजो-सामान उपलब्ध कराता था और स्थानीय आतंकवादियों की मदद भी करता था. अधिकारी ने बताया कि मारे गए अन्य आतंकवादी की पहचान बिजबेहरा निवासी शानू शौकत के रूप में हुई है. पुलिस अधिकारी ने फैयाज पंजू के मारे जाने को एक बड़ी उपलब्धि बताया है.
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