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बज गया दिल्ली चुनावों का बिगुल, 8 फरवरी को मतदान तो 11 फरवरी को होगी मतगणना
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनावों में करीब 1 करोड़ 47 लाख मतदाता अपने मत का इस्तेमाल कर सकेंगे. पिछले विधानसभा चुनावों में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी.
![बज गया दिल्ली चुनावों का बिगुल, 8 फरवरी को मतदान तो 11 फरवरी को होगी मतगणना Delhi assembly elections: Date of poll is 8th February, 2020 and counting on 11th February बज गया दिल्ली चुनावों का बिगुल, 8 फरवरी को मतदान तो 11 फरवरी को होगी मतगणना](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/01/06164850/eci.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है. दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को मतगणना होगा. 11 फरवरी को तय हो जाएगा कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा और किस पार्टी की सरकार बनेगी. चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया.
लागू हो गई आचार संहिता
दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान करते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि तारीखों के ऐलान के साथ से ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो जाएगी. चुनावों के लिए अधिसूचना 14 जनवरी को जारी की जाएगी, वहीं नामांकन दाखिल करने के लिए अंतिम तारीख 21 जनवरी होगी. इसके बाद उम्मीदवारों को प्रचार प्रसार करने के लिए 15 दिन का वक्त मिलेगा और 8 फरवरी को मतदान होगा. वोटों की गिनती 11 फरवरी को होगी.
क्या कुछ बदलेगा इन चुनावों में
इस बार दिल्ली विधानसभा चुनावों में करीब 1 करोड़ 47 लाख मतदाता अपने मत का इस्तेमाल कर सकेंगे. वहीं 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के पास पोस्टल बैलट से भी अपने मत का इस्तेमाल करने का अधिकार होगा. इन विधानसभा चुनावों में पहली बार पूरी तरह से वोटर स्लिप के ऊपर क्यूआर कोड भी छपा होगा, इस क्यूआर कोड को स्कैन कर चुनाव अधिकारी मतदाता की पहचान कर उसको वोट डालने की अनुमति देंगे. इतना ही नहीं पोलिंग बूथ पर मोबाइल रखने के लिए मोबाइल लॉकर का भी इंतजाम किया जाएगा.
2015 से बेहतर प्रदर्शन की कोशिश में रहेंगी तीनों पार्टियां
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की थी, वहीं पर बीजेपी के 3 उम्मीदवार जीते थे. 2015 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था. ऐसे में अब जहां आम आदमी पार्टी अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेगी तो वहीं बीजेपी जो 21 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर है और सत्ता पर काबिज होने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगायेगी. वहीं कांग्रेस की कोशिश रहेगी कि अपने पुराने प्रदर्शन में सुधार लाया जा सके.
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