COVID 19: नौ राज्यों में तेजी से बढ़े कोरोना के मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने की बैठक, दिये ये दिशा-निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 9 राज्यों केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में कोविड की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की.

Corona Cases In India: भारत में कोरोना (Covid-19) के मामले बढ़ रहे हैं इसलिए आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने 9 राज्यों केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, असम, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए आज एक उच्च स्तरीय बैठक की. इन राज्यों में नए मामले बढ़ रहे और कुछ में पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) काफी ज्यादा है. इसलिए इन राज्यों में कोविड की निगरानी, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की भी समीक्षा की गई.
बैठक में बताया गया कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश में प्रति मिलियन जनसंख्या पर औसत टेस्टिंग राष्ट्रीय औसत से कम है. मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और असम में आरटी-पीसीआर परीक्षणों की हिस्सेदारी बहुत कम है और हिमाचल प्रदेश, केरल और पश्चिम बंगाल राज्यों में राष्ट्रीय औसत से कम है.
नीति आयोग के सदस्य भी रहे मौजूद
इन राज्यों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों की घटती प्रवृत्ति को तत्काल ठीक करने और प्रति मिलियन औसत दैनिक परीक्षणों में सुधार करने के लिए कहा गया है. इस बैठक में नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ विनोद पॉल भी उपस्थित थे.
मीटिंग में क्या निर्देश दिये गये?
1. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोविड नियंत्रण और प्रबंधन रणनीतियों को लेकर कुछ दिशानिर्देश और सलाह दी है.
2. हाई पॉजिटिविटी रेट रिपोर्ट करने वाले सभी जिलों को आरटीपीसीआर परीक्षणों ज्यादा करने की जरूरत है.किसी भी तरह की ढिलाई से इन जिलों में स्थिति और बिगड़ सकती है.
3. होम आइसोलेशन के मामलों पर प्रभावी ढंग से और सख्ती से निगरानी करने की आवश्यकता है ताकि वे अपने पड़ोस, समुदाय, गांव, मोहल्ला, वार्ड में आपस में न मिलें और न घूमें और संक्रमण न फैलाएं.
4. राज्यों को 9 जून, 2022 को जारी संशोधित सर्विलांस रणनीति के अनुसार निगरानी करने की सलाह दी गई थी. उन्हें आगे जिलेवार SARI (सीरियस एक्यूट रेस्पिरेट्री इलनेस) और ILI (इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी) के मामलों की दैनिक आधार पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया था. साथ ही इन्हें जीनोम अनुक्रमण के लिए मैप किए गए INSACG प्रयोगशालाओं में भेजना है.
5. राज्यों को सभी पॉजिटिव के जीनोम सीक्वेंस के साथ, अंतरराष्ट्रीय आगमन के संकेतित अनुपात का परीक्षण करने की सलाह दी गई थी.
6. राज्यों को उन मामलों की समय पर पहचान करने की सलाह दी गई जो रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से घरेलू परीक्षण किट का विकल्प चुन रहे है. ऐसे विकल्प चुनें वालों की रिपोर्टिंग के बारे में अतिरिक्त जागरूकता पैदा करना है, जिन्हें क्लिनिकल मैनेजमेंट की आवश्यकता है. ऐसे सभी पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन की सलाह दी जाए ताकि समुदाय में संक्रमण फैलने से रोका जा सके.
7. राज्यों से कहा गया कि को पहले, दूसरे और प्रिकॉशन खुराक के लिए चल रहे मुफ्त कोविड -19 टीकाकरण में तेजी लाएं. साथ ही राज्यों से 30 सितंबर, 2022 तक 'कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव' के तहत 18+ आबादी के लिए मुफ्त प्रिकॉशन डोज के कार्यान्वयन को तेज करने के लिए कहा गया है.
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