सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा पर पाबंदी पर BJP बोली- CM केजरीवाल ने पूर्वांचल के लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई
बीजेपी ने कहा, "चाहे छठ पूजा हो, रामलीला हो या पटाखे हो, हर मुद्दे पर दिल्ली सरकार ने लापरवाही से काम किया है."

नई दिल्ली: बीजेपी ने दिल्ली में सार्वजनकि स्थलों छठ पूजा के आयोजन पर लगी रोक का विरोध किया है. बीजेपी दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए के इस आदेश को तुगलकी फरमान बताया है.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तुगलकी फरमान जारी कर दिल्ली में छठ पूजा जैसे महापर्व पर प्रतिबंध लगा दिया है. सिर्फ इतना ही नहीं, जो पूजा करने जाएंगे उन पर हजारों का जुर्माना भी लगाया जाएगा. यह दिल्ली सरकार की नाकामी का एक और प्रमाण है."
आदेश गुप्ता ने कहा, " दिल्ली सरकार लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है.छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा कर अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली में रहने वाले हमारे पूर्वांचल के लाखों भाइयों-बहनों की आस्था को ठेस पहुंचाई है.ऐसा करने से उन्हें छठ मइयाँ का श्राप लगेगा."
दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "चाहे छठ पूजा हो, रामलीला हो या पटाखे हो, हर मुद्दे पर दिल्ली सरकार ने लापरवाही से काम किया है. अगर मुख्यमंत्री ने कोविड के खिलाफ कदम उठाए होते तो आज दिल्ली यह त्यौहार का समय हर्षोल्लास से मना रही होती. मैं उनसे अपील करता हूँ कि छठ मइया के पूजन पर लगायी पाबंदी तुरंत हटाए."
बीजेपी नेता ने कहा, “मुख्यमंत्री ने सारे मार्किट खोल दिए, कारखाने खोल दिए, डीटीसी बसों की कैपेसिटी भी 100% कर दी. कोविड-19 से लड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाया पर पूरी दिल्ली को जरूर खोल दिया। सिर्फ त्योहारों पर पाबंदी लगाना धार्मिक रूप से बहुत गलत है.”
बता दें कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने ये आदेश दिया है कि इस साल सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जायेगा. हालांकि, श्रद्धालु अपने घरों में या किसी निजी स्थल पर छठ पर्व मना सकेंगे. इसके साथ ही छठ पर्व मनाने के लिए कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करना भी ज़रूरी होगा.
DDMA की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थल, सार्वजनिक ग्राउंड, घाट और मन्दिर में नवंबर के महीने में छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जायेगा. सभी जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और डीसीपी को आदेश का पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है. इसके साथ ही शांति सौहार्द और कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिये सभी डीएम और डीसीपी को निर्देश दिया गया है कि वो छठ के त्योहार से पहले अपने इलाकों के धार्मिक, सामाजिक लीडर्स और छठ पूजा समितियों के साथ मीटिंग करें.
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Source: IOCL























