ABP News Survey: एलएसी पर फौज के पीछे हटने से भारत की साख पर क्या असर हुआ? लोगों ने बताया सच
एससीओ समिट से पहले दोनों देशों की सेनाओं ने परस्पर सहमति के आधार पर एलएसी से अपनी सेनाएं हटा लीं थी. इसी खबर पर एबीपी न्यूज ने अपना सर्वे किया है.
ABP News Survey: भारत के प्रधानमंत्री दो दिन पहले उज्बेकिस्तान के समरकंद में थे. यहां पर अटकले लगाई गई थी कि SCO मीट के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) की मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हो सकती है. उसी बीच भारत-चीन (India-China) ने परस्पर सहमति से एलएसी (LAC) पर कुछ विवादित क्षेत्रों से अपनी सेनाएं हटा लीं थी.
दोनों देशों के सेनाएं हटाने के इसी मूव के बारे में जानकारी के लिए एबीपी न्यूज ने सी वोर्टस के साथ एक सर्वे किया था. सर्वे में सवाल पूछा गया था कि LAC पर भारत-चीन की फौज के पीछे हटने से भारत की साख पर क्या असर हुआ?
इसके जवाब में लगभग 51 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि सेनाएं हटने से भारत की साख बढ़ी है. तो वहीं 29 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इससे भारत की साख घटी है तो वहीं 20 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि इससे देश की साख पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
LAC पर भारत-चीन की फौज के पीछे हटने से भारत की साख पर क्या असर हुआ?
बढ़ी- 51 %
घटी- 29%
कोई असर नहीं- 20%
क्या है पूरा मामला?
भारत (India) और चीन (China) की सेनाएं पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) पर गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में टकराव वाली जगह से पीछे हट गई हैं. दोनों सेनाओं ने यहां पर बनाई गईं अपनी-अपनी चौकियों को ध्वस्त कर दिया है. दोनों पक्ष गश्त चौकी15 (पीपी-15) से पीछे हट गए हैं लेकिन डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों में गतिरोध को दूर करने में कोई प्रगति नहीं हुई. 8 सितंबर को दोनों देशों ने सेना पीछे लेने की घोषणा की थी.
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