बेस्ट फ्लाइट से Worst फ्लाइट कैसे बनी Indigo, टाइमिंग में हिट एयरलाइन क्यों हुई फ्लॉप?
कभी On-Time परफॉर्मेंस में नंबर-1 रहने वाली यह एयरलाइन ऐसे मोड़ पर पहुंच गई कि उसकी समय पर उड़ान 35 प्रतिशत तक गिर गई. दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे व्यस्त एयरपोर्ट्स पर यात्री बेहाल हैं.

भारत की सबसे भरोसेमंद एयरलाइन कही जाने वाली इंडिगो, जिसे लोग उसकी समय पर उड़ान, सस्ता किराया और बड़े नेटवर्क की वजह से पसंद करते थे, इन दिनों ऐसी मुश्किल में फंस गई है जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी. पिछले कुछ दिनों में इंडिगो ने सैकड़ों उड़ानें रद्द कीं, कई घंटों की देरी हुई, और देश के बड़े-बड़े एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं.
कभी On-Time परफॉर्मेंस में नंबर-1 रहने वाली यह एयरलाइन अचानक ऐसे मोड़ पर पहुंच गई कि उसकी समय पर उड़ान सिर्फ 35 प्रतिशत तक गिर गई. दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे व्यस्त एयरपोर्ट्स पर यात्रियों का हाल बेहाल रहा. किसी की फ्लाइट रद्द, किसी की 7–8 घंटे की देरी, और कई यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही रात गुजारनी पड़ी. हर कोई यही सवाल कर रहा है कि इंडिगो जैसी बड़ी और अनुशासित एयरलाइन के साथ ऐसा कैसे हुआ. आखिर क्या ऐसी स्थिति बनी कि 65 प्रतिशत तक उड़ानें एक ही दिन देरी से चल गईं. तो आइए जानते हैं कैसे बेस्ट एयरलाइन अचानक Worst बनती दिखने लगी. टाइमिंग में हिट एयरलाइन क्यों फ्लॉप हुई.
बेस्ट एयरलाइन कैसे अचानक Worst दिखने लगी?
इंडिगो के सामने सबसे बड़ी समस्या पायलट और क्रू की कमी है. दरअसल, पिछले महीने से देश में नए FDTL (Flight Duty Time Limitation) नियम लागू हुए. इन नियमों में साफ लिखा है कि पायलट कितने घंटे लगातार उड़ान भर सकते हैं, कितने घंटे उन्हें आराम देना जरूरी है, ड्यूटी पर आने के बीच कितना गैप होना चाहिए. ये नियम पायलटों की थकान रोकने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए बनाए गए हैं. लेकिन इसका असर यह हुआ कि इंडिगो को पहले से ज्यादा पायलटों की जरूरत पड़ने लगी, जबकि एयरलाइन के पास पहले ही पर्याप्त पायलट नहीं थे. इसके कारण उड़ानें समय पर नहीं निकल पा रहीं. क्रू अवेलेबल नहीं और एक-एक देरी की वजह से पूरा शेड्यूल बिगड़ गया.
एक के बाद एक रद्द उड़ानें और यात्री परेशान
पिछले तीन दिनों में ही दिल्ली से 30 से ज्यादा सुबह की उड़ानें रद्द, हैदराबाद में लगभग 33 फ्लाइट्स रद्द, मुंबई से भी कई उड़ानें रद्द हुई. दो दिनों में 300 से ज्यादा पुरानी फ्लाइट्स रद्द या बेहद लेट रही. इसका असर सीधा यात्रियों पर पड़ा—घंटों की देरी, लंबी लाइनें, भारी भीड़, और बदहाली की स्थिति सामने आई. 2 और 3 दिसंबर को हालात सबसे खराब रहे. 2 दिसंबर को सिर्फ 35 प्रतिशत इंडिगो उड़ानें ही समय पर रहीं, 3 दिसंबर को दोपहर तक ही 200 उड़ानें रद्द हुई. ऐसा रिपल इफेक्ट बना कि एक देरी की वजह से दिनभर की सारी उड़ानें प्रभावित होती चली गईं.
टाइमिंग में हिट एयरलाइन क्यों फ्लॉप हुई?
इंडिगो की आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि उड़ानों में देरी और रद्द होने के पीछे कई वजहें हैं. जैसे छोटी-छोटी टेक्निकल दिक्कत, सर्दियों के कारण बदला शेड्यूल, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक बढ़ना, नए FDTL नियम और अवेलेबल क्रू की कमी. एयरलाइन का दावा है कि टीम लगातार स्थिति सुधारने में लगी है.
स्थिति संभालने के लिए इंडिगो ने अगले दो दिनों के लिए खास प्लान बनाया है.कई उड़ानों का शेड्यूल बदला, कम भीड़ वाले समय में उड़ानें शिफ्ट कीं और यात्रियों को रिफंड या नई बुकिंग का ऑप्शन दिया. यात्री एयरपोर्ट जाने से पहले वेबसाइट पर फ्लाइट स्टेटस चेक कर लें, ऐसी सलाह भी दी गई है.
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