लूना-2 और अपोलो से लेकर जानिए कौन-से थे अब तक के सबसे बड़े मून मिशन
Chandrayaan-3: ये पहली बार नही है, इससे पहले कई देश चंद्रमा पर पहुंच चुके हैं. खुद भारत भी इस क्षेत्र में इससे पहले दो बार मून मिशन कर चुका है. आइए जानते हैं दुनिया के 10 बड़े मून मिशनों के बारे में.

Chandrayaan-3: भारत अपने तीसरे चंद्रयान मिशन की ओर बढ़ रहा है. इस मिशन का नाम चंद्रयान-3 है और इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के साथ-साथ लॉन्च के लिए देशभर की जनता बेसब्री से इंतजार कर रही है. चंद्रयान-3 को कल, यानी 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2:35 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश ध्वन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग करके एक नया इतिहास रचना है. जिसके बाद भारत दुनिया में चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा. अब तक, इस सूची में अमेरिका, रूस और चीन ही शामिल थे.
ये थे अब तक के बड़े मून मिशन
ये पहली बार नही है जब ऐसा कोइ मून मिशन हो रहा हो. इससे पहले कई देश चंद्रमा पर पहुंच चुके हैं. खुद भारत भी इस क्षेत्र में इससे पहले दो बार मून मिशन कर चुका है. ऐसे में आइए जानते हैं दुनिया के अब तक के 10 प्रमुख मून मिशनों के बारे में जो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं.
1. लूना 2: 1959 में लॉन्च हुआ, यह था पहला कृत्रिम उपग्रह जो चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा. इस मिशन ने चंद्रमा की सतह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की, जिससे पता चला कि वहां कोई चुंबकीय क्षेत्र नहीं है.
2. लूना 3: जब लूना 2 सफल रहा तो सोवियत संघ ने 1959 में ही इस मिशन को भी लॉन्च किया था. इस मिशन ने चंद्रमा की कई तस्वीरें ली और इससे पता चला कि चंद्रमा की सतह पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं.
3. सर्वेयर प्रोग्राम: नासा ने 1966 से 1968 तक एक सर्वेयर प्रोग्राम चलाया, जिसमें सात मानव-रहित वाहन चंद्रमा पर भेजे गए थे. इन वाहनों ने सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर चंद्रमा की मिट्टी की यांत्रिकी और थर्मल विशेषताओं का डाटा एकत्र किया था.
4. अपोलो 8: 1968 में लॉन्च हुआ, इस मिशन के माध्यम से पहली बार मानवों द्वारा चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा था. इसके बाद हुए सभी मिशनों के लिए इसी ने एक आधार तैयार किया .
5. अपोलो 11: 1969 में लॉन्च हुआ, यह अमेरिका का पहला अंतरिक्ष मिशन था जिसमें इंसानों ने चंद्रमा की सतह पर कदम रखा. इस मिशन में नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन शामिल थे.
6. अपोलो 13: इस मिशन का आयोजन 1970 में हुआ था, लेकिन यह फेल हो गया था. यान की चंद्रमा की ओर बढ़ते समय ऑक्सीजन टैंक में विस्फोट हो गया था, जिसके कारण इस मिशन को बीच में रद्द कर दिया गया था.
7. अपोलो 15: यह नासा का खास मिशन था, जो 1971 में लॉन्च हुआ. इस मिशन के माध्यम से नासा ने अपना लूनर रोवर चंद्रमा पर उतारा, जिससे चंद्रमा की सतह के बारे में वैज्ञानिक जानकारी जुटाने में मदद मिली.
8. अपोलो 17: यह भी नासा का मिशन था और 1972 में लॉन्च हुआ. यह अपोलो कार्यक्रम का अंतिम मिशन था और चंद्रमा पर चलने वाला सबसे लंबा मिशन रहा है. इससे कई चंद्र नमूने इकट्ठे किए गए.
9. चांग़ए 4: चीन ने 2019 में इस मिशन को लॉन्च किया, जिसने चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर आया. इस मिशन ने चंद्रमा की भू विज्ञान और संरचना के बारे में कई जानकारियां प्रदान कीं.
10. चंद्रयान-2: भारत ने 2019 में चंद्रयान-2 को लॉन्च किया. इसमें ऑर्बिटर, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल थे. इस मिशन का लक्ष्य था चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करना, हालांकि लैंडर में खराबी होने के कारण लैंडिंग हार्ड रही. लेकिन अब भारत चंद्रयान-3 मिशन के माध्यम से भारत अपने इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूरा करने की कोशिश कर रहा है.
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Source: IOCL






















