Disha Shool: किस दिन, कौन-सी दिशाओं में यात्रा करना होता है अशुभ? जानिए दिशा शूल क्या है?
Disha Shool: ज्योतिष शास्त्र में दिशाओं को काफी महत्व दिया जाता है. हमारे काम की सफलता और असफलता कहीं न कहीं दिशाओं पर निर्भर करती है. दिशा शूल के माध्यम से हम अशुभ दिशा के बारे में पता लगा सकते हैं.

Disha Shool kya hota hai: ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में दिशाओं का काफी महत्व होता है. सही दिशा में यात्रा करने से आपके काम बनते हैं, जबकि गलत दिशा में यात्रा करने से नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. दिशाओं का शुभ और अशुभ प्रभाव भी हमारे काम की सिद्धि पर निर्भर करता है.
गलत दिशा में यात्रा करने या फिर गलत दिशा में बैठकर काम करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है.
ज्योतिष शास्त्र में दिशा शूल के माध्यम से चारों दिशाओं के शुभ और अशुभ प्रभावों के बारे में जाना जा सकता है. आइए जानते हैं दिशा शूल क्या है और किस दिन कौन-सी दिशा में शूल लगता है?
दिशा शूल क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में दिशा शूल एक ऐसा अशुभ योग है, जो उससे जुड़ी दिशाओं में यात्रा करने पर बाधाओं की स्थिति उत्पन्न कर सकता है. जिस दिशा में आप यात्रा करने जा रहे हैं, अगर उस दिशा में शूल है तो आपका काम खराब होने के साथ कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
इसीलिए ज्योतिष शास्त्र में इस बात की सलाह दी जाती है कि, घर से बाहर यात्रा पर निकलते समय पहले दिशा शूल को देख लें.
सप्ताह के किस दिन कौन-सी दिशा में शूल?
सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग दिशाओं में शूल लगता है. आइए जानते हैं कौन से दिन किस दिशा में शूल लगता है?
सोमवार और शनिवार के दिन पूर्व दिशा में शूल लगता है, यानी इन दिनों में पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. अगर इन दोनों ही दिनों में किसी भी दिन यात्रा करना जरूरी है तो सोमवार के दिन शीशा देखकर यात्रा पर निकलें, जबकि शनिवार को अदरक या उड़द की दाल खाकर यात्रा पर जाएं.
मंगलवार और बुधवार के दिन उत्तर दिशा में शूल होता है. इन दिनों में इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. मंगलवार के दिन उत्तर-पश्चिम कोण दिशा में भी शूल होता है, फिर भी अगर आप मंगलवार के दिन इस दिशा में यात्रा करते हैं तो घर से गुड़ खाकर बाहर निकलें. वहीं बुधवार के दिन तिल और धनिया खाकर निकलें.
बुधवार और शनिवार को उत्तर-पूर्व दिशा में शूल माना जाता है.
गुरुवार को दक्षिण दिशा में शूल माना जाता है. इसलिए गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. फिर भी अगर आप जाते हैं तो अशुभ प्रभावों से बचने के लिए दही खाकर बाहर निकलें.
शुक्रवार और रविवार के दिन पश्चिम दिशा में शूल माना जाता है. उपाय के तौर पर आप इस दिन जौ खाकर यात्रा के लिए प्रस्थान करें. रविवार को दलिया खाकर बाहर जाना शुभ होता है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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