Sanatan Dharma Dialogue: Dr. Kumar Vishwas बोले- 'AI तो माया है, राम की तरह प्रयोग करो तो जगत कल्याण
एबीपी चैनल के 'सनातन संवाद' कार्यक्रम में सनातन धर्म की समकालीन प्रासंगिकता, ऐतिहासिक चुनौतियों और इसकी 'वैज्ञानिक प्रकृति' पर गहन विचार-विमर्श प्रस्तुत किया गया. एक वक्ता ने 'आत्महीनता' की भावना से बाहर निकलकर धर्म की 'शाश्वत मूल प्रवृत्तियों' को अपनाने और समझने पर बल दिया. विशेष रूप से आज की युवा पीढ़ी के लिए 'तार्किकता' के साथ धर्म की 'वैज्ञानिक व्याख्या' की अनिवार्यता को रेखांकित किया गया. संवाद में Ramcharitmanas और Gita जैसे पवित्र ग्रंथों के महत्व और उनमें उपलब्ध 'मनोवैज्ञानिक समाधानों' का भी प्रमुखता से उल्लेख हुआ. प्रसिद्ध कवि Dr. Kumar Vishwas ने सनातन धर्म, रामचरितमानस, और श्रीमद्भगवद् गीता के वैज्ञानिक और दार्शनिक पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि कैसे सनातन धर्म प्रश्नों का सम्मान करता है और जिज्ञासा को प्रोत्साहित करता है. AI को माया बताते हुए उन्होंने राम की तरह उसके सदुपयोग से जगत कल्याण की बात कही. यह व्याख्यान आज के युवाओं के लिए प्राचीन ज्ञान की प्रासंगिकता को दर्शाता है.
























