जलेबी या समोसा खाने पर कहां लिखी होगी चेतावनी, क्या दुकान पर लगाना होगा बोर्ड?
Jalebi Samosa Health Warning: स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जलेबी और समोसे को लेकर चेतावनी लगाने को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं. जानें कहां लिखी होगी समोसे और जलेबी को लेकर चेतावनी.

भारत में नाश्ते के तौर पर आज भी बड़ी आबादी जलेबी और समोसे को ही पसंद करती है. खास तौर पर उत्तर भारत में तो हर गली-मोहल्ले में समोसे और जलेबी की दुकान मिल जाएगी. इनके शौकीन कभी इस बात की फिक्र नहीं करते कि समोसे में कितना तेल है या जलेबी में कितनी शक्कर. उनके लिए स्वाद उनके स्वास्थ्य से कहीं ज्यादा अहम होता है.
लेकिन अब सरकार ने एक नया फरमान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि लोगों को यह जानकारी मिलनी चाहिए कि वो जो खा रहे हैं, वह उनके शरीर के लिए कितना फायदेमंद है और कितना नुकसानदेह. स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं कि इन स्नैक्स के बारे में चेतावनी जरूर लिखी जाए. जानिए कहां मिलेगी समोसे और जलेबी को लेकर यह चेतावनी.
सभी दुकानों पर लगेंगे चेतावनी के बोर्ड?
अगर आप सोच रहे हैं कि समोसे या जलेबी बेचने वाली हर दुकान पर अब चेतावनी लिखी मिलेगी. तो ऐसा नहीं होने जा रहा. यह नियम आम बाजार या हलवाई की दुकानों पर लागू नहीं है. दरअसल स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि सिर्फ केंद्रीय मंत्रालयों, सरकारी विभागों और सेंट्रल इंस्टीट्यूट की कैंटीन में ही यह चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे.
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जिन पर समोसा, पकौड़ा, लड्डू या जलेबी जैसे स्नैक्स में कितनी शक्कर और कितना तेल होता है. इसकी जानकारी दी जाएगी. जैसे एक बोर्ड पर लिखा होगा कि एक गुलाब जामुन में करीब पांच चम्मच चीनी होती है. मकसद यह है कि लोग खुद जानें कि वो कितना नुकसान अपनी प्लेट में ले रहे हैं. इसे सिगरेट जैसी चेतावनी का हल्का वर्जन भी कहा जा सकता है.
क्यों लिया गया है यह फैसला?
सरकार के इस फैसले को लेकर बहुत से लोगों के मन में यह सवाल भी आ रहा है आखिर सरकार को इस तरह का निर्देश देने की क्यों जरूरत पड़ गई. आपको बता दें भारत में मोटापा डायबिटीज और दिल की बीमारियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं. इसे देखकर सरकार अब जंक फूड को सीरियस खतरा मानने लगी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 2050 तक देश में करीब 45 करोड़ लोग मोटापे या ओवरवेट की समस्या से जूझ सकते हैं.
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इसकी सबसे बड़ी वजह है खराब खानपान और कम शारीरिक मेहनत. इसी खतरे को देखते हुए सरकार ने समोसा, जलेबी, वड़ा पाव जैसे फूड आइटम्स पर सिगरेट जैसी चेतावनी देने का फैसला लिया है. इसका मकसद यह है कि लोग स्नैक्स खाते वक्त समझ सकें कि यह कितना नुकसान कर रहा है. जैसे सिगरेट के पैकेट पर लिखा होता है 'धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है', कुछ उसी तरह जंक फूड के साथ भी अब इसका खतरा पोस्टर या बोर्ड पर दिखाया जाएगा.
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Source: IOCL