Varanasi News: वाराणसी में सैलानियों को मिलेगा नया अनुभव, हाइड्रोजन से चलने वाली वॉटर टैक्सी का शुभारंभ
UP News: जब देश की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी का शुभारंभ वाराणसी की गंगा नदी में किया गया. वाराणसी में हर रोज बड़ी संख्या में पर्यटक धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा करने के लिए पहुंचते हैं.

बीते एक दशक में वाराणसी के जल मार्ग में किस प्रकार से यात्रियों के सफर को सुविधाजनक बनाया जाए इसके लिए लगातार प्रयास किया गया है. इसका सकारात्मक प्रभाव वाराणसी के पर्यटन क्षेत्र पर भी देखने को मिला है. 12 दिसंबर गुरुवार के दिन इसमें एक और कड़ी तब जुड़ गई, जब देश की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी का शुभारंभ वाराणसी की गंगा नदी में किया गया.
इस संबंध में एबीपी लाइव को मिली जानकारी के मुताबिक, 12 दिसंबर को वाराणसी के नमो घाट पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों की मौजूदगी में देश की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी (जलयान) का शुभारंभ किया गया. यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगा. इसमें यात्रियों को नमो घाट से रविदास घाट तक शानदार सफर करने का अनुभव मिलेगा. आपको बता दें कि यह वॉटर टैक्सी 50 सीटर है.
सुबह से लेकर शाम तक कर सकेंगे सफर
बताया गया कि ध्वनि - वायु प्रदूषण मुक्त इस जलयान में सुबह से लेकर शाम तक यात्रियों को सफर करने का अवसर मिल सकेगा. आने वाले समय में इसे कैथी - श्री मार्कण्डेय महादेव तक भी चलाए जाने का प्रस्ताव है. वहीं जल्द ही इसे वाराणसी के गंगा घाट पर आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
हर रोज बड़ी तदाद में वाराणसी आते हैं श्रद्धालु
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग होने की वजह से वाराणसी का धार्मिक व आध्यात्मिक महत्व बढ़ जाता है, यही वजह है कि हर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक भगवान काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी आते है. साथ ही वह प्राचीन शहर वाराणसी को समझने की कोशिश करते हैं.
वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी इसी प्रयास का महत्वपूर्ण हिस्सा है. वाराणसी में अब पर्यटक नौका विहार करने में नया अनुभव ले सकेंगे, हाइड्रोजन से चलने वाली वाटर टैक्सी निश्चित तौर पर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.
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