हरीश रावत ने बीजेपी पर लगाया शराब और पैसे बांटने का आरोप, महेंद्र भट्ट ने किया पलटवार
Uttarakhand News: पूर्व सीएम हरीश रावत ने बीजेपी पर शराब और पैसे बांटने का आरोप लगाया है, वहीं हरीश रावत के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश महेंद्र भट्ट ने पलटवार किया है.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने गुरुवार (20 नवंबर) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बड़ा हमला बोला है. हरीश रावत ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने पन्ना प्रमुखों को चुनाव के दौरान शराब और पैसा बांटने की जिम्मेदारी सौंपती है. उन्होंने कहा कि भाजपा का पन्ना प्रमुख “पैसा और शराब बांटने का एजेंट” बन गया है, जबकि कांग्रेस में ऐसा कोई प्रचलन नहीं है.
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता जनसेवा और संगठन को मजबूत करने के सिद्धांत पर काम करता है. उन्होंने अपनी ही पार्टी से एक दिलचस्प मांग भी रखी. हरीश रावत ने कहा कि उन्हें अपने गांव के बूथ पर बूथ अध्यक्ष बनाया जाए ताकि उनके उदाहरण से अन्य कार्यकर्ताओं में भी उत्साह बढ़े और वे बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए प्रेरित हों,
हरीश रावत के बयान पर बीजेपी का पलटवार
हरीश रावत के इस बयान से उत्तराखंड की राजनीति गरमा गई है, पूर्व सीएम के बयान पर बीजेपी तरफ से पलटवार किया गया है. उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आरोपों को सिरे से खारिज किया.
महेंद्र भट्ट ने कहा कि हरीश रावत अब भाजपा के पन्ना प्रमुखों से भी डरने लगे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के पन्ना प्रमुख बेहद अनुशासित और संगठन के प्रति समर्पित कार्यकर्ता होते हैं, जो किसी भी गलत गतिविधि में शामिल नहीं होते.
'कांग्रेस के लोग चुनाव में पैसे और शराब का करते हैं इस्तेमाल'
महेंद्र भट्ट ने पलटवार करते हुए कहा कि “कांग्रेस के लोग चुनाव में शराब और पैसों का इस्तेमाल करते हैं, और जो बनते हैं उससे ज्यादा पीते हैं. भारतीय जनता पार्टी में इस तरह की कोई परंपरा नहीं है, उन्होंने यह भी कहा कि हरीश रावत का बयान उनकी हताशा को दर्शाता है और यह कि भाजपा का संगठनात्मक ढांचा इतना मजबूत है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उससे भयभीत होने लगे हैं.
हरीश रावत और महेंद्र भट्ट के इन बयानों से साफ है कि 2027 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक वार-पलटवार और तेज हो सकता है, और राज्य की सियासत में एक बार फिर बूथ स्तर तक की राजनीति चर्चा में है.
Source: IOCL






















