देवरिया में 50 हजार का इनामी बदमाश अंकित गौड़ गिरफ्तार, बिहार-यूपी में छिपकर काट रहा था फरारी
UP News: एसटीएफ ने 50 हजार के इनामी बदमाश अंकित गौड़ को गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ ने आरोपी को रानीघाट स्थित एक विद्यालय के पास से गिरफ्तार किया है. वह यूपी-बिहार के अलग-अलग में छिपकर रह रहा था.

Deoria News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने गुरुवार को 50 रुपये हजार का इनामी और हत्या के गंभीर मामले में वांछित अभियुक्त अंकित गौड़ को देवरिया जिले से गिरफ्तार किया है. आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और बिहार के अलग-अलग इलाकों में छिपकर रह रहा था. उसे एसटीएफ टीम ने भटनी थाना क्षेत्र के रानीघाट गांव से पकड़ा.
गिरफ्तार अभियुक्त अंकित गौड़, देवरिया के बनकटा थाना क्षेत्र के सोहनपुर गांव का रहने वाला है. उस पर थाना बनकटा में दर्ज केस संख्या 214/2024 के तहत हत्या की साजिश और क्रूरतापूर्वक हत्या करने के आरोप हैं. एसटीएफ को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ उप निरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी और उनकी टीम ने बुधवार रात से ही इलाके में निगरानी शुरू की थी. गुरुवार दोपहर टीम ने रानीघाट स्थित एक विद्यालय के पास से आरोपी को घेरकर गिरफ्तार कर लिया है.
शराब माफिया की रंजिश से शुरू हुआ खूनी खेल
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि हत्या की जड़ें शराब के अवैध कारोबार से जुड़ी हैं. देवरिया-बिहार सीमा पर अवैध शराब का नेटवर्क चलाने वाले अजीत सिंह उर्फ जड़ी सिंह और प्रमोद सिंह के बीच कारोबारी रंजिश थी. दोनों पक्षों में पहले भी कई बार झगड़े और फायरिंग हो चुकी थी. प्रमोद सिंह को बिहार पुलिस ने शराब के मामले में जेल भेजा, जहां उसकी मुलाकात सोहनपुर के राजू चौरसिया और अखिलेश उर्फ दरोगा कुशवाहा से हुई. जेल में ही तीनों ने मिलकर अजीत सिंह उर्फ जड़ी सिंह की हत्या की साजिश रची.
दीपावली की रात 31 अक्टूबर 2024 को जड़ी सिंह हर साल की तरह पंकज जायसवाल के घर जुआ खेलने आया था. उसी रात अंकित गौड़ ने उसकी लोकेशन प्रमोद को दी. फिर सभी आरोपियों ने मिलकर पिस्टल और तमंचों से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद से अंकित गौड़ फरार चल रहा था. एसटीएफ ने उसके खिलाफ सूचना संकलन कर उसे गिरफ्तार करने के लिए विशेष अभियान चलाया. अब उसकी गिरफ्तारी से इस बहुचर्चित हत्या कांड की जांच को नया मोड़ मिला है.
देवरिया में लंबे समय से सक्रिय था शराब माफिया नेटवर्क
देवरिया, विशेषकर सीमावर्ती बनकटा, भटनी और लार क्षेत्र, अवैध शराब की तस्करी के लिए कुख्यात रहे हैं. यूपी-बिहार सीमा पर होने के कारण कई अपराधी यहां अपनी पकड़ मजबूत किए हुए हैं. यूपी एसटीएफ और पुलिस की लगातार कार्रवाई से अब इन गिरोहों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है. जल्द ही उसके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा.
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Source: IOCL
























