यूपी बोर्ड परीक्षा कल से शुरू, छात्रों के तनाव को कम करने के लिए केंद्रों पर मनोचिकित्सक तैनात
UP Board Exam 2025: बोर्ड की 10- 12वीं की परीक्षाएं कल से शुरू हो रही हैं. सरकार ने नकलविहीन और पारदर्शी परीक्षा संपन्न कराने के लिए खास इंतजाम किए हैं. इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.

UP Board Exam 2025: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सोमवार (24 फरवरी) से शुरू हो रही हैं. योगी सरकार ने परीक्षाओं को पारदर्शी, सुरक्षित और नकल विहीन बनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
इसके अलावा परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा. सभी परीक्षार्थियों को प्राथमिक उपचार की सुविधा के साथ मनोचिकित्सकों के जरिये विशेष परामर्श भी दिया जाएगा, जिससे छात्र परीक्षा के तनाव से मुक्त होकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार की सुविधा मिलेगी. इसके तहत प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर स्वास्थ्य किट और प्राथमिक चिकित्सा उपकरण की व्यवस्था की गयी है. इसके लिए मेडिकल स्टाफ और प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान कर सकें.
विद्यार्थियों की सेहत का खास ख्याल
परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों पर मानसिक दबाव का प्रभाव अक्सर गंभीर समस्याओं का रूप ले लेता है, ऐसे में यूपी सरकार ने परीक्षार्थियों के लिए मनोचिकित्सा परामर्श सेवा की भी व्यवस्था की है. परीक्षा अवधि के दौरान प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर प्रशिक्षित मनोचिकित्सक उपलब्ध होंगे, जो परीक्षार्थियों को तनाव, चिंता और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर मार्गदर्शन प्रदान करेंगे.
यह कदम न सिर्फ विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति को संतुलित करेगी, बल्कि उन्हें परीक्षा के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने में भी सहायता करेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि समय-समय पर होने वाले परामर्श सत्रों से छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और उनकी चिंताओं का समाधान हो सकेगा. इसके अलावा महिला परीक्षार्थियों के लिए विशेष हेल्प डेस्क की भी व्यवस्था की गयी है.
योगी सरकार ने इस बार नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए मीडिया प्रतिनिधियों का सहयोग लेने की भी रणनीति तैयार की है. इसका मुख्य उद्देश्य परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि को रोकना और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है. मीडिया प्रतिनिधियों के जरिये लाइव कवरेज और रिपोर्टिंग से परीक्षा केंद्रों की स्थिति पर नियमित निगरानी बनी रहेगी. इससे परीक्षा में किसी भी प्रकार की अनियमितता पर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी.
परीक्षा केंद्रों की खास निगरानी
यूपी सरकार की तरफ बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए कई महत्पूर्ण कदम उठाए गए हैं. सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए जो कदम उठाए गए हैं, वो हैं सभी केंद्रों की सीसीटीवी निगरानी होगी. जानें डीटेल-
-कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों की लाइव फीड देखी जा सकेगी.
-डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है.
-संदिग्ध परीक्षा केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी.
- सरकार ने बिजली विभाग को परीक्षा के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं.
- ऑनलाइन वेरिफिकेशन सिस्टम लागू किया गया है, जिससे फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान हो सके.
- सभी परीक्षा केंद्रों को "स्ट्रॉन्ग रूम" से जोड़ा गया है, जहां प्रश्न पत्रों की 24×7 निगरानी होगी.
- उत्तर पुस्तिकाओं पर वाटरमार्क और क्यूआर कोड की व्यवस्था की गई है, जिससे पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोका जा सके.
55 लाख से अधिक छात्र देंगे परीक्षा
बता दें, इस साल यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए 55 लाख 25 हजार 308 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है. जिनमें से हाईस्कूल की परीक्षा में 27 लाख 40 हजार 151 और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26 लाख 98 हजार 446 छात्रों ने पंजीकरण किया है.
(विवेक राय की रिपोर्ट)
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