AMU में तीन हफ्तों बाद छात्रों ने खत्म किया आंदोलन, कॉलेज प्रशासन के आश्वासन पर लिया फैसला
Aligarh News: यूपी के अलीगढ़ में पिछले तीन हफ्तों से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर बैठे हुए थे जिसको प्रशासन के आश्वासन पर खत्म कर दिया गया है.

यूपी के अलीगढ़ में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में तीन सप्ताह से चल रहा छात्र आंदोलन शुल्क वृद्धि और छात्र संघ चुनावों को लेकर संस्थान के प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद मंगलवार को समाप्त हो गया. इसी आंदोलन के दौरान दो छात्र नेताओं ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी लेकिन उन्होंने इसे अब खत्म कर दिया है.
एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने 'पीटीआई' को बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन वार्षिक शुल्क में भारी वृद्धि के संबंध में 'एक नए समझौते के फार्मूले' पर सहमत हो गया है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की एक और प्रमुख मांग को पूरा करते हुए लंबे समय से लंबित छात्र संघ के चुनाव दिसंबर में कराने पर भी सहमति जताई है.
विश्वविद्यालय प्रशासन के ऐलान पर खत्म हुआ आंदोलन
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह ऐलान किए जाने के बाद पिछले तीन हफ्तों से विश्वविद्यालय परिसर में चल रहा छात्र नेताओं का आंदोलन समाप्त हो गया. इस दौरान विश्वविद्यालय के दो छात्रों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल भी शुरू कर दी थी और उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही थी.
आंदोलन समाप्त होने के बाद पिछले 10 दिनों से गेट पर तैनात पुलिस बल को भी हटा लिया गया. हालांकि दोपहर तक परिसर में एक बार फिर बड़े पैमाने पर पुलिस और अर्धसैनिक बल को तैनात कर दिए गया था.
विश्वविद्यालय में घुसने की योजना बना रहे थे हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ता
वहीं प्रशासन की तरफ से विश्वविद्यालय की सुरक्षा के लिए दोबारा से पुलिस बल की तैनाती की गई थी क्योंकि ऐसी खबरें मिल रही थी कि 'हिंदू रक्षा दल' के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय परिसर को 'शुद्ध' करने के लिए प्रवेश द्वार पर हनुमान चालीसा समारोह आयोजित करने की योजना बना रहे हैं.
बता दें किसी तथाकथित हिंदूवादी संगठन ने दावा किया था कि एक प्रदर्शनकारी ने हालिया आंदोलन के दौरान फलस्तीन के समर्थन में नारे लगाए थे. इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर प्रॉक्टर वसीम ने कहा, 'मामला हमारे संज्ञान में आया है, लेकिन पूरी जांच होने तक मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता.'
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Source: IOCL























