Tehri News: टिहरी में लगातार जल रहे हैं जंगल, आग पर काबू पाने में वन महकमा नाकाम, लाखों का हुआ नुकसान
Tehri News: टिहरी के जंगलों में लगातार आग लगने की घटना सामने आ रही है. इस आग के कारण अब तक लाखों का नुकसान हो चुका है. यहां वन विभाग आग पर काबू पाने में नाकामयाब सा नजर आ रहा है.

Fire in Tehri Forest: टिहरी जिले में जंगलों की आग थमने का नाम नहीं ले रही है. जिले भर के कई जंगल भीषण आग की चपेट में हैं. जंगल लगातार धधक रहे हैं. जिले भर के दर्जनों जंगलों में भीषण आग के चलते अब तक लाखों का नुकसान हो चुका है.
कई जंगलों में लगी है आग
टिहरी जिले के दर्जनों जंगल भीषण आग की चपेट में हैं. वन विभाग आग पर काबू पाने में नाकामयाब सा नजर आ रहा है. लगातार पिछले कई घंटों से जिले भर के दर्जनों जंगल भीषण आग की चपेट में हैं. अब तक भीषण आग से लाखों की वन संपदा जलकर खाक हो चुकी है. जिले भर में सबसे अधिक वनाग्नि की घटना घनसाली भिलंगना रेंज और बालगंगा रेंज में हुई है. घनसाली के भिलंगना और बालगंगा के दर्जनों जंगल अभी भी भीषण आग की चपेट में हैं.
टिहरी में अब तक कितनी आग की घटना हुई
वनाग्नि की घटना की जानकारी देते हुए टिहरी डीएफओ वी.के सिंह ने बताया कि टिहरी जिले में अब तक 125 आग की घटना घटित हुई है, जिससे 110 हेक्टयर जंगल जलकर खाक हुए हैं और करीब 1.75 लाख की वन क्षति हुई है. विभाग द्वारा 725 फायर वाचक टिहरी जिले में रखे हुए हैं. बालगंगा और भिलंगना में सबसे अधिक आग की घटना हुई है, जहां पर विभाग द्वारा ज्यादा स्टाफ रखा गया है.
इस कारण लगती है आग
टिहरी जिले में अत्यधिक मात्रा में चीड़ के पेड होने से आग की सबसे अधिक घटना होती है. चीड़ के पेड़ से गिरने वाला पिरूल और लीसा सबसे अधिक ज्वलनशील होता है. जिस कारण टिहरी जिले में अत्यधिक आग की घटनाएं होती है. जिले के घनसाली और बालगंगा में इस फायर सीजन में सबसे अधिक आग की घटनाएं सामने आई है. हैरानी की बात यह है कि विभाग द्वारा आग पर काबू करने के लिए स्टाफ तो दिया है मगर कोई ठोस उपकरण वनकर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए नहीं दिए हैं. वनकर्मी जगह-जगह पेड़ की टहनियों से आग बुझाते नजर आ रहे हैं.
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Source: IOCL





















