Rakshabandhan 2025: वृंदावन की बुजुर्ग विधवाएं PM मोदी को भेंट करेंगी हैंड मेड राखियां, कई वर्षों से निभा रहीं परंपरा
UP News: मथुरा के वृंदावन की निराश्रित विधवाएँ आज रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1001 हस्तनिर्मित राखियाँ भेंट करेंगी. वे कई वर्षों से पीएम मोदी राखी बांध रही हैं.

भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2025) आज पूरे देश में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में भी रक्षाबंधन पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. मथुरा के वृंदावन की निराश्रित विधवाएँ आज रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1001 हस्तनिर्मित राखियाँ भेंट करेंगी.
भक्ति, गरिमा और सामाजिक परिवर्तन की एक मार्मिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, वृंदावन की बुजुर्ग विधवाओं का एक समूह इस रक्षाबंधन पर नई दिल्ली पहुंच गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें 1001 विशेष रूप से हस्तनिर्मित राखियाँ और मिठाइयाँ भेंट करेंगी.
राखियों को भगवान राम-कृष्ण की छवियों से की सजावट
ये अनोखी राखियाँ वृंदावन के माँ शारदा और अन्य आश्रमों में रहने वाली विधवाओं द्वारा प्रेमपूर्वक तैयार की गई हैं, ये आश्रम सुलभ इंटरनेशनल द्वारा संचालित विधवा कल्याण कार्यक्रम का हिस्सा हैं. प्रत्येक राखी को भगवान राम, भगवान कृष्ण और प्रधानमंत्री की छवियों से सजाया गया है, जो आध्यात्मिक जुड़ाव और व्यक्तिगत स्नेह का प्रतीक है.
कई वर्षों से पीएम मोदी को बांध रहीं राखियां
आपको बता दें कि, इन आश्रमों की महिलाएँ पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बाँध रही हैं. इस पहल के बारे में सुलभ इंटरनेशनल के अध्यक्ष कुमार दिलीप ने कहा, “हमारी चार माताएँ दिल्ली जाएँगी और प्रधानमंत्री मोदी को स्वयं राखियाँ और मिठाइयाँ भेंट करेंगी.
श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है राखी
भाई-बहन के स्नेह का पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, इस त्यौहार पर बहने अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं. भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं. यह पर्व भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और इसका धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है.
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