मेरठ में स्वतंत्रता दिवस से पहले भ्रष्टाचार पर एसएसपी का बड़ा एक्शन, 22 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
Meerut News: एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने साफ कहा है कि मेरठ पुलिस में वसूली, भ्रष्टाचार और अभद्रता के लिए कोई जगह नहीं है. पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी जनता की सेवा और कानून व्यवस्था बनाए रखना है.

मेरठ में पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाले भ्रष्टाचार और दुर्व्यवहार के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. विपिन ताडा ने बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने गुरुवार को 22 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया. इनमें ट्रैफिक पुलिस के 11 और परतापुर थाने के 11 पुलिसकर्मी शामिल हैं. कार्रवाई की जद में आए पुलिसकर्मियों में चार सब-इंस्पेक्टर भी शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ समय से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं कि वे बाहरी नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को रोककर अवैध वसूली कर रहे हैं. यही नहीं चेकिंग के दौरान कुछ पुलिसकर्मी जनप्रतिनिधियों और आम लोगों से अभद्रता भी कर रहे थे. इस पर एसएसपी ने मामले की गोपनीय जांच कराई. जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई.
वहीं परतापुर थाने के कई पुलिसकर्मियों पर भी गंभीर आरोप सामने आए. गोपनीय जांच में पाया गया कि वे न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त थे, बल्कि जनता से दुर्व्यवहार भी करते थे. ऐसे मामलों को लेकर विभाग में पहले भी चेतावनी जारी की जा चुकी थी, लेकिन सुधार न होने पर सख्त कदम उठाना पड़ा.
भ्रष्टाचार और अभद्रता के लिए कोई जगह नहीं- एसएसपी
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने साफ कहा है कि मेरठ पुलिस में वसूली, भ्रष्टाचार और अभद्रता के लिए कोई जगह नहीं है. पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी जनता की सेवा और कानून व्यवस्था बनाए रखना है, न कि जनता का शोषण करना. अगर कोई पुलिसकर्मी इस सिद्धांत के विपरीत काम करेगा, तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
कार्रवाई के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप
एसएसपी ने सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली पर नजर रखें. किसी भी प्रकार की लापरवाही, अवैध वसूली या अनुशासनहीनता की सूचना मिलने पर तुरंत विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिस विभाग के अंदर भी इस कार्रवाई का बड़ा संदेश गया है कि अब किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार और बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
Source: IOCL





















