'गोंडा से मतलब दबदबा वाले', पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सपा चीफ पर भी साधा निशाना
Gonda News: यूपी के गोंडा में कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने अपने निजी महाविद्यालय में यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के छात्रों को सम्मानित किया है.

यूपी के गोंडा में WFI चीफ व पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने निजी महाविद्यालय में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन कर यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के मेधावी छात्रों को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है.
बृजभूषण शरण सिंह ने छात्र और छात्राओं को संबोधित करते हुए एक बार फिर अपने 'दबदबे' वाले बयान को दोहराया. उन्होंने बच्चों से पूछा, 'गोंडा में कौन हैबच्चों ने जवाब दिया दबदबा है. फिर उन्होंने दोबारा पूछा 'गोंडा में कौन है?बच्चों ने फिर कहा दबदबा है. इस पर बृजभूषण ने कहा, दबदबा के अलावा गोंडा में कुछ नहीं है.
बृजभूषण शरण सिंह ने क्या कहा?
बृजभूषण ने कहा कि मेरे बच्चों, इस समय गोंडा का नाम दुनिया में मशहूर है. हिंदुस्तान के किसी भी तीर्थ स्थान, चाहे साउथ जाओ या झारखंड, बस इतना कह दो कि हम गोंडा से हैं, तो लोग कहेंगे, ये दबदबा वाले हैं.
उन्होंने कहा किसी जिम्मेदार आदमी से कह दो, हम गोंडा से दर्शन करने आए हैं, देवी जी या भोलेनाथ का दर्शन करना चाहते हैं तो तुरंत कहेंगे, 'अच्छा नेताजी.' लेकिन मेरे बच्चों, आज यह नेताजी कल कैसे थे? जैसे आज तुम हो, वैसा ही मैं भी था. कक्षा आठ तक मुझे साइकिल नसीब नहीं हुई थी. दोपहर का नाश्ता मक्के का ही होता था. इसलिए, मेहनत करो तुम भी आगे बढ़ोगे.'
आरएसएस प्रमुख के बयान का किया समर्थन
बृजभूषण शरण सिंह ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान, 'वर्तमान में शिक्षा और स्वास्थ्य का व्यवसायीकरण किया जा रहा है' का समर्थन किया. बृजभूषण ने कहा, 'कहीं न कहीं उनका बयान सही है. शिक्षा का उद्देश्य सुखी बनाना था, लेकिन आज यह लोगों को दुखी बना रही है.
उन्होंने आगे कहा जो जितना पढ़ा-लिखा है, वह उतना परेशान है, जबकि जो बिल्कुल अनपढ़ है, वह परेशान नहीं है. शिक्षा और स्वास्थ्य - दोनों में सुधार की आवश्यकता है, इसमें कोई दो राय नहीं.
अखिलेश यादव पर गरजे बृजभूषण शरण सिंह
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा बैरिकेड कूदने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बृजभूषण ने कहा कि इस समय विपक्षी गठबंधन के अगुवा राहुल गांधी हैं, इसलिए उनके साथ जो लोग हैं, वही भाषा बोल रहे हैं जो राहुल गांधी बोलते हैं. कांग्रेस के कुशासन का सामना केवल बीजेपी ने नहीं किया, बल्कि देश ने पहली बार इमरजेंसी के दौरान इंदिरा गांधी के समय किया...आज देश में झूठ का माहौल बनाया जा रहा है, और इसके जन्मदाता राहुल गांधी हैं.
यह देश का दुर्भाग्य है कि सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि चुनाव आयोग सही काम कर रहा है, फिर भी विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं की आलोचना कर रहा है, और उनके बयान दुश्मन देशों में बड़े चाव से पढ़े जाते हैं.
चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी से मांगे गए एफिडेविट पर बृजभूषण ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं, क्योंकि राहुल गांधी चुनाव आयोग से बड़े हैं. वह हिंदुस्तान के राजकुमार हैं, भले ही उनके पास कोई पद नहीं है, लेकिन खुद को देश का राजा मानते हैं और हम सबको अपनी प्रजा समझते हैं.
Source: IOCL

























