Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से पहले BSP प्रमुख मायावती ने लखनऊ में डाला डेरा, जानें- क्या है पूरा प्लान?
Lok Sabha Elections: यूपी निकाय चुनाव में मिली करारी हार के बाद मायावती ने बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के संगठन को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक्टिव करने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष को दी थी.

UP News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती (Mayawati) उत्तर प्रदेश के लखनऊ (Lucknow) पहुंच चुकी हैं और अब आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर आने वाले दिनों में समीक्षा बैठक करने वाली हैं. बीएसपी यूपी में अपने संगठन की समीक्षा करेगी, जिसको लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल (Vishwanath Pal) ने एक पूरी रिपोर्ट तैयार कर रखी है. पार्टी का पूरा फोकस अब लोकसभा चुनाव पर है. दिल्ली (Delhi) में रहने के दौरान आगामी दिनों में देश के अन्य प्रदेशों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मायावती ने तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है और अब लखनऊ आकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं.
आने वाले दिनों में मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसके मद्देनजर मायावती ने दिल्ली में रहकर अपनी तैयारी की. मायावती का पूरा फोकस अब लोकसभा चुनाव पर है क्योंकि इस सियासी रण में वे न ही एनडीए और न ही इंडिया गठबंधन का का हिस्सा है. पिछली बार लखनऊ में रहने के दौरान मायावती ने बूथ से लेकर सेक्टर तक की कमेटी के गठन करने का लक्ष्य पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया था. निकाय चुनाव में मिली करारी हार के बाद मायावती ने बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के संगठन को वापस से लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक्टिव करने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष को दी थी.
सभी 75 जिलों में कैंप लगाएगी बीएसपी
इस बार यूपी में बीएसपी सभी लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने वाली है. इन प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया भी मायावती ने शुरू कर दी है. आने वाले सितंबर महीने में बीएसपी सभी 75 जिलों में कैडर कैंप का आयोजन करने जा रही है, जिसकी जिम्मेदारी जिला अध्यक्षों को दी गई है. कैडर कैंप के तहत सभी 75 जिलों में एक-एक दिन का कैंप लगेगा. बीएसपी के कैडर से जुड़े हुए तमाम लोग इस कैंप में सम्मिलित होंगे. कैडर कैंप के तहत पार्टी अपने पुराने कैडर के लोगों को जोड़ने की रणनीति बना रही है. पिछली बार मायावती अपने भतीजे की शादी के बाद निकाय चुनाव के समय लखनऊ आई थी और तीन महीने तक यहां पार्टी की समीक्षा कर 5 जुलाई को दिल्ली वापस लौट गई थी.
Source: IOCL























