Poonch Terrorist Attack: आतंकी हमले में कानपुर का लाल शहीद, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, 50 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा
Jammu Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हथियारों से लैस आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किया है. इस हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए हैं.
UP Jawan Martyr Terrorist Attack: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में शहीद हुए सेना के जवान करन कुमार को श्रद्धांजलि दी है. मुख्यमंत्री ने साथ ही शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद करन कुमार के नाम पर करने की घोषणा की है.
सीएम योगी ने साथ ही कहा कि यूपी सरकार शहीद के परिजनों को हर संभव मदद प्रदान करेगी. दु:ख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है. यूपी सीएमओ ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि सीएम योगी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर निवासी, सेना के जवान करन कुमार जी को श्रद्धांजलि दी है. साथ ही शहीद के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.
जम्मू-कश्मीर में सेना के जवानों पर घात लगाकर किया हमला
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि शहीद हुए दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत थे, अधिकारियों ने बताया कि सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर अपराह्न करीब पौने चार बजे हमला किया गया.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी क्षेत्र में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद कानपुर निवासी, सेना के जवान श्री करन कुमार जी को श्रद्धांजलि दी है।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) December 22, 2023
महाराज जी ने शहीद के परिजन को ₹50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को…
पीएएफएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली
पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है. राजौरी और पुंछ जिलों की सीमा पर स्थित ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच का इलाका घने जंगलों वाला है और यह चमरेर जंगल और फिर भाटा धुरियन जंगल की ओर जाता है, जहां इस साल 20 अप्रैल को सेना के एक वाहन पर घात लगाकर किए गए हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे.
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