Ghaziabad: जेल से कैदी को फरार कराने की साजिश नाकाम, दो पुलिस कॉन्सटेबल गिरफ्तार
Ghaziabad News: गाजियाबाद की डासना जेल से बंदी फरार कराने की साजिश में दो कांस्टेबल पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं. आरोपी ED के केस वाला बंदी छुड़ाने पहुंचे थे. जेलकर्मियों की चौकसी से साजिश पकड़ी गई है.

गाजियाबाद में जेल प्रशासन की सतर्कता से बड़ा कांड टल गया. गाजियाबाद पुलिस लाइन में तैनात दो कॉन्सटेबल जेल में एक बंदी को पेशी पर ले जाने के लिए पहुंच गए. दरअसल यह उनका बंदी को फरार करने का प्रयास था. लेकिन जेल में तैनात कर्मचारियों की सतर्कता से उनका यह प्लान फेल हो गया. जेल प्रशासन ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी उसके बाद पुलिस ने दोनों कॉन्सटेबल को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस लाइन में तैनात थे आरोपी
गाजियाबाद के थाना कवि नगर की पुलिस गिरफ्त में खड़े यह दो कॉन्सटेबल हैं सचिन चौधरी और राहुल कुमार. यह दोनों गाजियाबाद रिजर्व पुलिस लाइन में गणना कार्यालय में तैनात है. दरअसल गणना कार्यालय से ही पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है. सचिन और राहुल दोनों पुलिस कॉन्सटेबल गाजियाबाद की डासना जेल में पहुंचे.
वहां उन्होंने बिजेंद्र नाम के कैदी को पेशी पर ले जाने की बात कही. इसके लिए उन्होंने वह कागज भी जेल कर्मचारियों को दिया जिससे कैदी को पेशी पर ले जाया जाता है. असल में किसी भी पुलिस लाइन की गणना कार्यालय में ही जेल से वह कागज आते हैं.
लेकिन इसी दौरान जेल कर्मचारियों को शक हो गया क्योंकि कागज में 6 बंदियों के नाम थे और यह दोनों कॉन्सटेबल महज एक बंदी बिजेंद्र को ले जाना चाह रहे थे. बिजेंद्र मूल रूप से कंकरखेड़ा मेरठ का रहने वाला है और उस पर फ्रॉड के कई मुकदमे दर्ज हैं.
ईडी ने दर्ज किया है मुकदमा
देश की बड़ी जांच एजेंसी ED ने भी बिजेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हुआ है. यानी कहा जा सकता है कि वह एक बड़ा नटवरलाल है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि बिजेंद्र अपने पैसे और संबंधों के दम पर अदालत से लेकर पुलिस तक को मैनेज रखता है. जैसे ही जेल प्रशासन को इन दोनों कॉन्सटेबल पर शक हुआ तो दोनों कॉन्सटेबल जेल से फरार हो गए.
आनन फानन में जेल प्रशासन ने इस मामले की जानकारी गाजियाबाद पुलिस को दी गई. इसके बाद गाजियाबाद एसीपी लाइन लिपि ने पूरे मामले की छानबीन शुरू की. इसी दौरान शक होने पर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कॉन्सटेबल सचिन फरार हो गया. लेकिन पुलिस ने दूसरे कॉन्सटेबल राहुल को धर लिया और मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद सचिन खुद-ब-खुद पुलिस के सामने पेश हो गया.
अधिकारियों को बहकाने की कोशिश
पुलिस ने सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया है सूत्र बताते हैं कि दोनों ने अपने आलाधिकारियों को बहकाने की काफी कोशिश की. दोनों ने कैदी बिजेंद्र की बजाय कॉन्सटेबल सचिन के गांव के रहने वाले जेल में बंद वंश से बात करने के लिए जेल जाने की बात कही. लेकिन पुलिस की पड़ताल में सब कुछ साफ हो गया और अब दोनों कॉन्सटेबल इस जेल में जा रहे हैं जिसमें उनके साथी ही बंद है.
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Source: IOCL






















