CM धामी के ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस की बड़ी कार्रवाई, बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
Dehradun News: पुलिस को सूचना मिली कि एक विदेशी नागरिक नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में एक महिला के साथ रह रहा है. जांच में दोनों संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जहां पूछताछ में उनका पूरा खेल सामने आ गया.

मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देश पर चल रहे ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में फर्जी पहचान पत्र बनवाकर अवैध रूप से भारत में निवास कर रहे एक बांग्लादेशी नागरिक और उसकी मदद करने वाली त्यूनी निवासी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बांग्लादेशी नागरिक ममून हसन कई वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के सहारे सचिन चौहान नाम से देहरादून में रह रहा था और एक क्लब में बाउंसर का काम कर रहा था.
पुलिस को सूचना मिली कि एक विदेशी नागरिक नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में एक महिला के साथ रह रहा है. जांच में दोनों संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जहां पूछताछ में उनका पूरा खेल सामने आ गया. आरोपी ममून हसन ने अपना वास्तविक पता आनंदोवास, थाना मुजीबनगर, जिला मेहरपुर (बांग्लादेश) बताया, जबकि महिला रीना चौहान ने खुद को त्यूनी निवासी बताया. रीना ने खुलासा किया कि उसने अपने पूर्व पति सचिन चौहान के नाम पर ममून के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित कई फर्जी पहचान पत्र बनवाए थे, जिनकी मदद से वह भारत में बेकायदा रह रहा था.
आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनकी पहचान फेसबुक के माध्यम से हुई थी. ममून तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आया और 2022 में दोनों ने अवैध रूप से बॉर्डर पार कर बांग्लादेश जाकर निकाह किया. इसके बाद दोनों फिर अवैध रूप से भारत लौटे और देहरादून में पति-पत्नी बनकर रहने लगे. पुलिस ने छापेमारी कर उनके पास से कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.
अभी तक ऑपरेशन कालनेमि के तहत दून पुलिस 16 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई कर चुकी है, 9 को डिपोर्ट किया गया और 7 को जेल भेजा गया. वर्तमान मामले में पुलिस ने ममून और रीना के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और विदेशी अधिनियम सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी दस्तावेज बनवाने में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है.
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