Char Dham Yatra 2023: चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज, नहीं चलेंगे बीमार घोड़े-खच्चर, उनके लिए भी रहेगी खास व्यवस्था
Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड सरकार और प्रशासन चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियों में जुट गया है. इस साल चारधाम यात्रा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुरू होगी.

Char Dham Yatra 2023 News: उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Govt) के साथ-साथ प्रशासन भी आगामी चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) तैयारियों में जुट गया है. केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की पैदल यात्रा को दुरूस्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं. केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों की मौत कम हो, इसके लिये मार्ग पर अधिक से अधिक डॉक्टरों के साथ ही गर्म पानी की व्यवस्था की जा रही है. उत्तराखंड की चारधाम यात्रा अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुरू होनी है.
बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट जहां 27 अप्रैल को खुल रहे हैं. वहीं केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख 18 अप्रैल को शिवरात्रि के त्योहार पर तय की जाएगी. भले ही यात्रा शुरू होने में अभी दो महीने से अधिक का समय बचा है, लेकिन तैयारियां अभी से तेज हो गई हैं. केदारनाथ धाम यात्रा की बात करें तो 2022 में यहां रिकार्ड तीर्थ यात्री पहुंचे थे. वहीं पैदल मार्ग पर रिकार्ड घोड़े-खच्चरों की मौत भी हुई थी. यात्रा के दौरान पशु क्रूरता के भी कई मामले सामने आए थे. इस छह महीने की यात्रा के दौरान ढाई सौ से अधिक घोड़े-खच्चरों की मौत हो गई थी.
चारधाम यात्रा को लेकर सरकार कर चुकी है सात बैठकें
वहीं इस बार पिछली कमियों को दूर करते हुए घोड़े-खच्चरों के लिए नए नियम बनाये जा रहे हैं. इस बार पैदल मार्ग पर बीमार घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं किया जाएगा. जो भी घोड़े-खच्चर संचालित किए जाएंगे, उनका बीमा और स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक रूप से कराना होगा. प्रदेश सरकार चारधाम यात्रा तैयारियों में जुट गई है. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही अभी तक सरकार सात बार समीक्षा बैठक कर चुकी है.
चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही- मंत्री सौरभ बहुगुणा
प्रदेश सरकार में पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा "आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. यात्रा शुरू होने से पहले अभी तक सात बार समीक्षा बैठक की गई है. अधिकारियों को भी समय पर यात्रा तैयारियां की करने के निर्देश दिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल हुई गलतियों को इस बार नहीं दोहराया जाएगा. केदारनाथ पैदल मार्ग पर इस बार सात पशु डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा. इसके अलावा जगह-जगह पर घोड़े-खच्चरों को पीने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था की जा रही है. पैदल यात्रा मार्ग में अब गंदगी नहीं होगी. इस गंदगी के निस्तारण को लेकर पहले से ही व्यवस्थाएं की जाएंगी."
Source: IOCL





















