यूपी में BJP का चुनावी मास्टर प्लान तैयार, SIR से इन सीटों पर फोकस, रिकॉर्ड BLA नियुक्त
Lucknow News: बीजेपी ने कम अंतर से हारी हुई सीटों की जिम्मेदारी विधायकों और सांसदों को सीधे दी है. प्रदेश अध्यक्ष, दोनों डिप्टी सीएम और खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर एक तरफ विपक्ष ने हंगामा उठा रखा है, लेकिन सत्तारूढ़ बीजेपी ने इसे आगामी विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी का हथियार बना लिया है. पार्टी ने उन 51 सीटों की लिस्ट तियार की है, जहां वो बेहद कम अंतर से हारी थी. इन सभी सीटों के लिय एखास रणनीति पर काम भी शुरू कर दिया है.
इस काम के लिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, संगठन ,अंतरी धर्मपाल सिंह और दोनों डिप्टी सीएम समेत मंडल और जिले के पदाधिकारियों को लगाया है. इसी के तहत पार्टी ने सबे ज्यादा 1.56 लाख BLA बनाए हैं.
27 जनपद-51 सीटें, बीजेपी की रणनीति
इस अभियान को लेकर पार्टी संगठन स्तर पर बेहद गंभीर है. बूथ पर कोई भी मतदाता न छूटे इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के मुताबिक SIR मतदाता सूची को शुद्ध करने की सामान्य प्रक्रिया है. हम इसे एक अवसर के रूप में लेकर अपनी कमजोर सीटों पर काम कर रहे हैं. इसलिए ही 27 जिलों में ऐसी 51 सीटें चिन्हित की गयीं हैं. जिन पर पिछले चुनावों में कम अंतर से हार हुई थी. यहां बूथ लेवल पदाधिकारियों के साथ जिले के पदाधिकारी भी लगे हैं.
1.56 लाख BLA तैनात किए गए
अपने एक-एक वोटर के लिए बीजेपी कितनी गंभीर है, उसका अंदाजा इसी से लगता है कि उसने प्रदेश में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 1.56 लाख BLA तैनात किए हैं. यही नहीं हर बूथ पर 50 अतिरिक्त कार्यकर्ताओं की टीम भी तैनात की गयी है.बूथ अध्यक्ष और BLA के फीडबैक के आधार पर रणनीति तैयार हो रही.
MP-MLA के साथ डिप्टी सीएम भी डटे
संगठन ने नजदीकी हार वाली सीटों की जिम्मेदारी विधायकों और सांसदों को सीधे दी है. प्रदेश अध्यक्ष, दोनों डिप्टी सीएम और खुद सीएम योगी आदित्यनाथ भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. सभी को 25-25 जिलों की जिम्मेदारी मिली है. मंत्रियों को भी चुनिंदा सीटों पर भेजा जा रहा है.
बीजेपी ने साफ़ मैसेज दिया है “ एक भी वोटर छूटेगा नहीं, एक भी फर्जी नाम नहीं रहेगा” संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि मतदाता सूची और बूथ प्रबन्धन ही चुनाव की रीढ़ है. SIR में इसे अभेद बनाने जा रहें हैं, कमजोर सीटों को इसी तरीके से मजबूत किया जा सकेगा.
Source: IOCL






















