'रामलला का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं', राम मंदिर में ध्वजारोहण से पहले बोले ब्रजेश पाठक
CM Brajesh Pathak: ब्रजेश पाठक ने कहा कि राम मंदिर राजनीति का विषय नहीं है, मंदिर में आने के लिए किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है. अयोध्या सभी के लिए खुली है और इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है.

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने एबीपी के एक कार्यक्रम में राम मंदिर को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि मंदिर का कोई राजनीतिक रंग नहीं है और यहां आने के लिए किसी विशेष निमंत्रण की जरूरत भी नहीं होती. पाठक ने कहा कि मंदिर सभी का है, यहां कोई भी आ सकता है. मंदिर के लिए न्यौता नहीं दिया जाता.
सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अयोध्या धाम आज पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित कर रहा है. अयोध्या धाम आने वाले वर्षों में यह सनातन संस्कृति की सबसे उज्ज्वल पहचान बनकर उभरेगा.
#WATCH | कांग्रेस या अन्य किसी दल के नेताओं को दिया गया निमंत्रण पत्र? मंदिर के लिए न्यौता नहीं दिया जाता- ब्रजेश पाठक@vishalpandeyk | @brajeshpathakuphttps://t.co/smwhXUROiK #BrajeshPathak #DeputyCM #Ayodhya #BJP #Congress #RamMandir #flaghoisting #ABPNews pic.twitter.com/F6qnezWPEm
— ABP News (@ABPNews) November 24, 2025
राम मंदिर के द्वार सभी के लिए है खुले- सीएम ब्रजेश पाठक
सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन हो सकते हैं, जहां देश-विदेश से लाखों लोग आते हैं, तो अयोध्या धाम भी सभी श्रद्धालुओं के लिए समान रूप से खुला है. सरकार की ओर से आने वाले भक्तों के लिए भोजन, पानी और अन्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की जाती है. पाठक ने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति, चाहे किसी दल या विचारधारा से जुड़ा हो, अयोध्या आने से रोका नहीं जाता.
अयोध्या धाम को चुनावी दृष्टि से नहीं देखती बीजेपी- पाठक
कार्यक्रम के दौरान जब एबीपी के वरिष्ठ पत्रकार ने सवाल उठाया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अयोध्या से हार का सामना करना पड़ा, तो ब्रजेश पाठक ने इस पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी अयोध्या धाम को चुनावी दृष्टि से नहीं देखती. उनका कहना था कि अयोध्या धाम और रामलला का चुनावी राजनीति से कोई वास्ता नहीं है.
सनातन संस्कृति का केंद्र बनेगा अयोध्या धाम
पाठक ने आगे कहा कि पार्टी का संकल्प अयोध्या धाम को दुनिया के सामने एक आदर्श व्यवस्था और सनातन संस्कृति के केंद्र के रूप में स्थापित करना है. बीजेपी का लक्ष्य है कि पूरी दुनिया अयोध्या धाम की ओर आकर्षित हो और इसे भारतीय संस्कृति के जीवंत मॉडल के रूप में देखे. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया भर में लोग सनातन परंपरा को अपनी आंखों से देखना चाहते हैं और अयोध्या धाम इस दिशा में सबसे बड़ा प्रतीक बन चुका है. उनके अनुसार, राम मंदिर को राजनीति में घसीटना गलत है क्योंकि यह आस्था और परंपरा का विषय है, न कि वोटों की गणना का है.
डिप्टी सीएम ने दोहराया कि राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की भावनाओं से जुड़ा है और यह कोई सीमित समुदाय का स्थान नहीं बल्कि पूरे देश और विश्व के लिए आध्यात्मिक धरोहर है. उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम के लिए सरकार ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं, जिससे आने वाले समय में यह वैश्विक धार्मिक पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बन सके.
ये भी पढ़िए- ॐ, सूर्य और कोविदार वृक्ष... राम-सीता के विवाह पंचमी के शुभ मुहूर्त पर होगा ध्वजारोहण, जानें खासियत
Source: IOCL























