राजस्थान: SIR में लगे BLOs की अचानक मौतों पर टीकाराम जूली ने जताई चिंता, EC से कर दी ये मांग
Rajasthan News: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार को इंसानियत को सर्वोपरि रखते हुए अपने कर्मचारियों की सुरक्षा व मानसिक स्थिति का ध्यान रखना चाहिए.

राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने देश-प्रदेश में एसआईआर के काम में लगे बीएलओज की असमय मृत्यु होने की ख़बरों पर गहरा दुःख प्रकट किया है. बुधवार (19 नवंबर) को जनप्रतिनिधि के रूप में उन्होंने मांग की है कि इन सभी मामलों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार को इंसानियत को सर्वोपरि रखते हुए अपने कर्मचारियों की सुरक्षा व मानसिक स्थिति का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने कहा, एसआईआर के काम में लगे दो बीएलओ की असमय मृत्यु बेहद दुखद है. एक बीएलओ की आत्महत्या एवं दूसरे की हार्ट अटैक से मृत्यु हुई है. दोनों के प्रारम्भिक कारणों में एसआईआर के काम का दबाव होना सामने आया है.
कई बीएलओ की हो चुकी है मौत
उन्होंने कहा, "केरल और मध्य प्रदेश से भी ऐसी ही दुखद खबरें आई हैं. वहीं पश्चिम बंगाल में भी बीएलओ की आत्महत्या का समाचार है. वहां एसआईआर शुरू होने के बाद से तकरीबन 28 लोगों की मृत्यु की खबर मीडिया में आई है."
मानसिक तनाव में तो नहीं हैं कर्मचारी?
जूली ने कहा, "राजस्थान के एक जिम्मेदार और संवेदनशील जनप्रतिनिधि के तौर पर जूली ने चुनाव आयोग और सरकार से इन मामलों को बेहद गंभीरता से लेने तथा पूरी निष्पक्ष जांच कराने की मांग की, ताकि यह पता चल सके कि एसआईआर का काम कर रहे कर्मचारी मानसिक दबाव या वर्क प्रेशर में तो नहीं हैं."
'चुनाव आयोग गंभीरता से करें जांच'
उन्होंने ये भी कहा, "चुनाव आयोग एवं राज्य सरकार को इसे गंभीरता से लेते हुए जांच करनी चाहिए कि एसआईआर के काम से हमारे सरकारी कर्मचारी किसी मानसिक तनाव में तो नहीं आ रहे हैं."
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