Rajasthan News: दादी के तीसरे की रस्म में नहाने के दौरान 2 पोतों की डूबने से मौत, 4 परिजनों को स्थानीय लोगों ने बचाया
Rajasthan News: मृतक बच्चों के पिता ने बताया कि अचानक उनका एक बच्चा डूबने लगा, जिसे बचाने के लिए सभी नहर के बीच में गए, लेकिन तेज बहाव होने के चलते वे भंवर में फंस गए.

कोटा के बोरखेडा थाना क्षेत्र में 6 व्यक्ति नहा रहे थे तभी अचानक वह बह गए, शोर मचाने पर वहां से गुजर रहे लोगों ने 4 लोगों को बचा लिया वहीं दो युवकों का पता नहीं चला और वह दूर तक बह गए थे. निगम व एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर दोनों के शव को आज सुबह निकाल लिया है. बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के बजरंग नगर स्थित स्टील ब्रिज मुख्य नहर में शनिवार को एक ही परिवार के छह लोग नहर में गिर गए, जिसमें चार लोगों को राहगिरों की मदद से बचाया. दो तेज बहाव में बह गए थे. जिनके आज शव बरामद हो गए.
एक महिला के निधन पर गमी में आए थे कई लोग, नहाते समय हुआ हादसा
पुलिस ने बताया कि बहे लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी, सूचना मिलने पर शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता मौके पर पहुंचे थे. मामले के अनुसार बजरंग नगर निवासी रासो देवी का निधन हो गया था और उनके परिजन तीसरे की रस्म अदायगी के लिए नहर पर पहुंचे थे. यहां अस्थि विसर्जन भी उन्होंने किया. इसी दौरान उनके बेटे रामभरोस, शंभू कुमार, राजेश विवेक और कुणाल भी यहां पर नहा रहे थे.
रामभरोस ने बताया कि अचानक से उनका एक बच्चा डूबने लगा, जिसे बचाने के लिए सभी नहर के बीच में गए, लेकिन तेज बहाव होने के चलते वह भंवर में फंस गए और डूबने लगे. हमें स्थानीय लोगों ने प्रयास कर बाहर निकाला, लेकिन हमारे दो बच्चे नहीं मिले. दोनों पानी के बहाव में आगे डूब गए और देर शाम तक उनकी तलाश की जाती रही. रविवार को सुबह गौताखोरों ने उनकी तलाश की और दोनो के शव को बरामद कर लिया और मोर्चुरी में रखवा दिया.
दादी के तीसरे की रस्म में आए थे पोते, दोनों पोतों की मौत
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने कहा कि प्रारंभिक रूप से 20 वर्षीय कुणाल और 15 वर्षीय विवेक के डूबने का मामला सामने आया था. दोनों अपनी दादी के तीसरे की रस्म में नहाने के लिए पहुंचे थे. इन दोनों के पिता रामभरोस और शंभू कुमार को निकाल लिया गया है. वहीं, एक अन्य व्यक्ति राजेश को भी बाहर निकाल लिया गया. डूबे हुए लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू किया गया और एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम को तलाश के लिए लगाया गया लेकिन देर रात तक वह नहीं मिले. आज सुबह फिर से रस्क्यू किया गया जिसमें एक शव एसडीआरएफ और एक शव नगर निगम की टीम को मिल गया. जिन्हें कोटा के एमबीएस अस्पताल की मार्चुरी में रखवा दिया गया है.
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