'...तो मुझे फांसी दे देना', हनुमान बेनीवाल की इस बात से आहत हुए किरोड़ी लाल मीणा, जानें क्या कहा
Kirodi Lal Meena News: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे मूल्य आधारित राजनीति करते हैं. भ्रष्टाचार साबित होने पर वे राजनीति छोड़ देंगे.

राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार (29 अगस्त) को कहा कि वह मूल्य आधारित शुचिता की राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई भी आरोप साबित कर दे तो वे राजनीति छोड़ देंगे.
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, ''मैं चरित्र और सिद्धांत से मजबूत हूं और मूल्य आधारित राजनीति करता हूं. शुचिता की राजनीति करता हूं लेकिन अनैतिक आचरण नहीं करता.'' दरअसल, नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के संदर्भ में किरोड़ी लाल मीणा ने यह बात कही थी.
'भ्रष्टाचार का प्रमाण मिले तो फांसी दे देना'- किरोड़ी लाल मीणा
कैबिनेट मंत्री मीणा ने आगे कहा, ''एक किसान, एक कारखाना बता दे कि एक पाई ली है या चाय भी पी है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. मैं कुछ भी कर सकता हूं लेकिन मैं भ्रष्टाचार नहीं कर सकता. अगर कहीं भी प्रमाण मिल जाए तो मेरे को फांसी के फंदे पर लटका दिया जाए.''
'हनुमान बेनीवाल ने बहुत दुख दिया'
हनुमान बेनीवाल के आरोपों पर मंत्री मीणा ने कहा, ''उन्होंने ऐसे कई गंभीर आरोप लगा दिए जिससे मैं दुखी हो गया और यह दुख कई दिन में मिटेगा.''
हनुमान बेनीवाल से हुई थी तीखी बहस
दरअसल, पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 रद्द करने को लेकर कृषि मंत्री मीणा और सांसद हनुमान बेनीवाल के बीच एक लाइव टेलीविजन शो के दौरान तीखी बहस हुई. दोनों नेता इस शो से फोन के माध्यम से जुड़े थे. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. मीणा ने इस आरोप का पुरजोर खंडन किया.
दोनों नेताओं ने बहस के दौरान एक-दूसरे पर व्यक्तिगत कटाक्ष किए और एक-दूसरे के खिलाफ 'बिकाऊ' और 'फर्जी आदमी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया.
Source: IOCL






















