Jodhpur: बीएसएफ के बेड़े में शामिल हुए 193 जवानों ने ली देश सेवा की शपथ, करतब देख आंखों पर नहीं हो रहा था यकीन
नव आरक्षकों ने 44 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया है. इस दौरान हथियार चलाने से लेकर आतंकवाद से लड़ने, विषम चुनौतियों से जूझने और कानूनी प्रक्रिया सिखाई गई.

राजस्थान (Rajasthan) में जोधपुर (Jodhpur) सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) के सहायक प्रशिक्षण केन्द्र में शनिवार सुबह नव आरक्षकों के बैच संख्या 245 का दीक्षान्त परेड समारोह आयोजित किया गया. इसमें 193 नव आरक्षकों ने भारतीय संविधान के प्रति निष्ठापूर्वक होकर देश की एकता और अखंडता को कायम रखने की शपथ ली. दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी थे. उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और परेड की सलामी ली.
ट्रेनिंग में सिखाई गईं कई बातें
बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक ने नव आरक्षकों को संबोधित करते हुए ईमानदारी और निष्ठापूर्वक कर्त्तव्य पालन करने का आह्वान किया. नव आरक्षकों ने सहायक प्रशिक्षण केन्द्र जोधपुर के महानिरीक्षक मदन सिंह राठौड़ के सान्निध्य में 44 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया है. इस अवधि के दौरान इन जवानों को हथियार चलाने से लेकर आतंकवाद से लड़ने, विषम चुनौतियों से जूझने और कानूनी प्रक्रिया सिखाई गई.

अच्छा प्रदर्शन करने वालों को पदक
कमाण्डेन्ट (मुख्य प्रशिक्षक) योगेंन्द्र सिंह राठौड़ से मार्गदर्शन प्राप्त कर नव आरक्षकों ने गौरवान्वित महसूस किया. समारोह में मुख्य अतिथि ने भव्य परेड के लिए सहायक प्रशिक्षण केन्द्र की ट्रेनिंग टीम को बधाई दी और सभी नव आरक्षकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ प्रर्दशन करने पर पदक भी प्रदान किए. इसमें नवआरक्षक हरदेव सिंह को ओवर ऑल प्रथम, अक्षत शर्मा को ओवर ऑल द्वितीय, गुरमीत सिंह बेस्ट एंडुरेंस, युगराज सिंह बेस्ट फायरर और मोहित सपोलिया को बेस्ट ड्रिल के लिए पुरस्कृत किया गया.

शारीरिक दक्षता का किया प्रदर्शन
दीक्षांत परेड समारोह में नव आरक्षकों ने शारीरिक दक्षता का प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कई तरह के करतब दिखाए जिसे देखकर वहां उपस्थित हर दर्शक आश्चर्यचकित रह गया. उन्होंने फिजिकल ट्रेनिंग का बेहतरीन डेमोस्ट्रेशन प्रस्तुत किया. समारोह में जवानों ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए. दीक्षांत परेड समारोह में शस्त्र और शारीरिक कला का प्रदर्शन किया गया. साथ ही शस्त्र और फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई.
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