लोकसभा में रामेश्वर डूडी को श्रद्धांजलि न मिलने पर कांग्रेस का विरोध, संसदीय परंपरा पर उठे सवाल
Rajasthan News: लोकसभा के शीतकालीन सत्र में पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी को श्रद्धांजलि न दिए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने नाराज़गी जताई और संसदीय परंपरा की अनदेखी पर सवाल उठाए.

लोकसभा के शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन पूर्व सांसद स्वर्गीय रामेश्वर डूडी के निधन के उपरांत सदन में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित नहीं करने पर कांग्रेस नेताओं ने नाराज़गी ज़ाहिर की है. इससे पहले राजस्थान विधानसभा में भी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद सुरेंद्र सिंह मोगा को श्रद्धांजलि नहीं देने का मामला विपक्ष ने मुखर होकर उठाया था. वहीं अब संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान बीकानेर से सांसद रहे स्वर्गीय रामेश्वर डूडी को श्रद्धांजलि नहीं देने पर पूर्व मुख्यमंत्री, PCC चीफ़ और नेता प्रतिपक्ष ने नाराज़गी ज़ाहिर की है.
अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह बेहद दुःख और हैरत का विषय है कि लोकसभा के शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन जब परंपरानुसार दिवगंत हुए नेताओं के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है तो हाल ही में दिवंगत हुए रामेश्वर डूडी का नाम शामिल नहीं किया गया. डूडी लोकसभा के सदस्य रहे थे एवं देश की किसान कौम के हक के लिए संघर्ष करते थे. वे राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला स्वयं राजस्थान से सांसद हैं, इस तरह की चूक होना बेहद पीड़ादायक है.
PCC चीफ़ गोविंद सिंह डोटासरा का बयान
मामले पर PCC चीफ़ गोविंद सिंह डोटासरा का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद एवं किसान नेता स्व. रामेश्वर डूडी को संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में सदन में श्रद्धांजलि नहीं देना अत्यंत दु:खद और संसदीय परंपराओं का अपमान है. संसद सत्र की शुरुआत में दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी जाती रही है, लेकिन स्व. डूडी जी को श्रद्धांजलि न देना समझ से परे और चकित करने वाला है.
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की मांग
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि पूर्व सांसद एवं किसान नेता तथा राजस्थान विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्व. रामेश्वर डूडी को संसद की शीतकालीन सत्र की शुरुआत में श्रद्धांजलि न दिया जाना न सिर्फ राजस्थानवासियों एवं किसान वर्ग के दिलों को दुखाने वाला है बल्कि संसदीय परंपरा का भी अपमान है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनकी मांग है कि डूडी को पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी जाए एवं इस तरह की चूक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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