(Source: ECI / CVoter)
Chittorgarh: कांग्रेस स्थापना दिवस पर पार्टी में दिखी गुटबाजी, विधानसभा चुनाव में हार के लिए बताई ये वजह
Congress Foundation Day in Chittorgarh: देश के सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने गुरुवार को अपना 139वां स्थापना दिवस मनाया. चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में गुटबाजी देखने को मिली.
Chittorgarh News: कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं ने देशभर में गुरुवार (28 दिसंबर) को पार्टी का 139वां स्थापना दिवस मनाया. इस बीच राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) संभाग के चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) जिले में एक बार फिर पार्टी में गुटबाजी देखने को मिली. चित्तौड़गढ़ जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को करारी हार मिली थी. पार्टी नेता और कार्यकर्ता हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ रहे हैं.
स्थापना दिवस कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ जिले के बड़ी सादड़ी विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे बद्रीलाल जगपुरा ने खुलकर अपनी पार्टी नेताओं पर निशाना साधा. यही नहीं बद्रीलाल जगपुरा ने पार्टी के खिलाफ काम करने वाले पदाधिकारियों और नेताओं को 'रेपिस्ट' तक कह दिया. बद्रीलाल जगपुरा ने कहा कि "पांचों विधानसभा में एक भी सीट नहीं आई इसका बड़ा कारण भीतरघात है. कपासन सीट से शंकर बैरवा को टिकट दिया तो हमने उसका स्वागत किया, लेकिन क्या करें कितनी ताकत लगाए."
हार के लिए कांग्रेस प्रत्याशी इन्हें बताया जिम्मेदार
इस दौरान बद्रीलाल जगपुरा ने कहा कि "पिछले विधानसभा चुनाव में मैंने मेरी पंचायत क्षेत्र से कांग्रेस को चार सौ वोट से जिताया, लेकिन इस बार मैं वहां नहीं था. इसके बावजूद मैं एक बार गया था." उन्होंने आरोप लगाया कि "लोग भी समझते हैं जो व्यक्ति दो चुनाव से पार्टी को हरा रहा है उसे क्यों वोट दें? यह पार्टी को भी सोचना चाहिए कि जो व्यक्ति समय पर पार्टी का काम नहीं करता उसे टिकट दिया जाएगा तो क्या होगा."
'पार्टी को मां कहने वाले कर रहे पार्टी के साथ गलत'
गंभीर आरोप लगाते हुए बद्रीलाल जगपुरी ने आगे कहा, "स्थापना दिवस पर ऐसे-ऐसे लोग भी हैं जो चुनाव में कांग्रेस पार्टी को हरा रहे थे. ऐसे लोगों को देखकर दुख होता है." उन्होंने कहा कि "ये लोग बोलते हैं कि पार्टी मेरी मां है. इसके बाद पार्टी को हराते हैं, तो ऐसा लगता कि वह अपने मां के साथ गलत कर रहे हैं. जब पार्टी को मां बोलते हैं और उसको हराते हैं तो फिर मां कैसे बोल सकते हो. पार्टी चाहे कोई भी हो, लेकिन जब आप पार्टी हित के लिए काम नहीं कर रहे हैं तो या तो आप उस संगठन का कोई पद न लें या उसके कार्यकर्ता न बनें."
'एक्शन नहीं लिया तो पार्टी छोड़नी पड़ेगी'
बागी नेताओं पर तंज कसते हुए बद्रीलाल जगपुरी ने कहा कि "कार्यकर्ता बनते हैं तो उस पार्टी के साथ वफादारी भी करनी चाहिए. मैं सभी पदाधिकारियों से कहना चाहता हूं कि अगर ऐसे लोगों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो मुझ जैसे कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी में नहीं रहेंगे और राजनीति छोड़ देंगे. हम सब अपने घर में बैठ जाएंगे, अपना काम-धंधा, खेती-बाड़ी करेंगे, लेकिन ऐसे लोगों के साथ मंच साझा नहीं करेंगे."
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