राज ठाकरे के साथ आने को लेकर उद्धव ठाकरे की पार्टी का बड़ा इशारा, कहा- 'एकजुट होने का...'
Uddhav Thackeray Raj Thackeray Reunion: महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस के साथ आने की चर्चा है. इस बीच शिवसेना यूबीटी ने कहा है कि शिवसैनिक मराठी 'अस्मिता' की रक्षा के लिए तैयार हैं.

Uddhav Thackeray Raj Thackeray Reunion: महराष्ट्र में चचरे भाईयों उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की अटकलों को शनिवार (26 अप्रैल) को और हवा मिली. शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र के हित में एकजुट होने का समय आ गया है. शिवसैनिक मराठी 'अस्मिता' की रक्षा के लिए तैयार हैं.
बता दें कि इन दिनों राज ठाकरे की पार्टी मराठी अस्मिता को लेकर काफी आक्रामक है. कई मौकों पर देखा गया है कि गैर मराठी लोगों के साथ एमएनएस कार्यकर्ताओं ने अभद्रता की है.
पिछले सप्ताह महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ संभावित राजनीतिक सुलह के बारे में बयान देकर अटकलों को जन्म दिया था. उन्होंने कहा था कि उनके पिछले मतभेद ‘मामूली’ हैं और ‘मराठी मानुष’ की भलाई के लिए एकजुट होना कोई मुश्किल काम नहीं है.
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?
इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह छोटे-मोटे झगड़े छोड़कर आगे बढ़ने को तैयार हैं, बशर्ते महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को बर्दाश्त न किया जाए.
दोनों भाईयों के साथ आने की अटकलों पर जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर कोई परिवार एक साथ आ रहा है, तो हमें उससे कोई आपत्ति नहीं है. उन्हें जरूर एकजुट होना चाहिए.
एनडीटीवी से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि फिलहाल जो कुछ भी हो रहा है, उससे मुझे नहीं लगता कि कोई राजनीतिक एकजुटता होने वाली है.
2005 में शिवसेना से दिया था इस्तीफा
बता दें कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की तरफ से उद्धव ठाकरे को ज्यादा महत्ता दिए जाने से नाराजगी के बाद राज ठाकरे ने नवंबर 2005 को शिवसेना से इस्तीफा दे दिया था.
इसके बाद उन्होंने 9 मार्च 2006 को मुंबई में ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की स्थापना की. इसके बाद कई मौकों पर काफी तल्खी देखी गई, इसके साथ ही साथ आने की भी चर्चा हुई, लेकिन बात नहीं बनी.
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