Ratan Tata Death: रतन टाटा को याद कर भावुक राज ठाकरे ने कहा, 'कुत्तों के प्रति उनका प्रेम...'
Ratan Tata Died: भारत के जाने-माने बिजनेसमैन और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन पर मनसे चीफ राज ठाकरे ने उनसे जुड़ी बातें शेयर की हैं.
Ratan Tata Death News: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का 86 साल की उम्र बुधवार को देर रात निधन हो गया. रतन टाटा के निधन के बाद उनसे जुड़े किस्से लोग याद कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें उन्होंने की रतन टाटा के कुत्तों के प्रति उनके प्यार की सराहना की है.
मनसे चीफ ने लिखा, "रतन टाटा के बारे में एक बात जो मुझे पसंद थी, वह थी कुत्तों के प्रति उनका प्यार. यह हमारे बीच एक समानता है. भले ही ताज होटल समूह के परिसर में हो या टाटा समूह के मुख्यालय 'बॉम्बे हाउस' में वहां आवारा कुत्तों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती है. मैंने एक बार रतन टाटा के कुत्तों के प्रति प्रेम के बारे में एक किस्सा पढ़ा था."
#WATCH | MNS chief Raj Thackeray offers last respects to industrialist Ratan Tata in Mumbai pic.twitter.com/PVv24CddfV
— ANI (@ANI) October 10, 2024 [/tw]
राज ठाकरे ने आगे लिखा, "रतन टाटा को उनके परोपकार से जुड़े कार्यों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए लंदन के बकिंघम पैलेस में जाना था. लेकिन, ऐन वक्त पर उन्होंने वहां जाना कैंसिल कर दिया, क्योंकि उस दौरान उनके पालतू कुत्ते की तबीयत खराब हो गई थी." रतन टाटा ने प्रिंस चार्ल्स को बताया कि मैं अपने कुत्तों को ऐसी हालत में छोड़कर नहीं आ सकता. इस उदाहरण से पता चलता है कि रतन टाटा कितने बड़े इंसान थे.
दुख है आने वाली पीढ़ियां नहीं देख पाएंगी- राज ठाकरे
उन्होंने आगे लिखा कि आज मैंने अपना एक वरिष्ठ मित्र खो दिया है, लेकिन इससे भी अधिक दुख की बात भारत ने अपना एक सफल और सरल उद्योगपति खो दिया. छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना इस संसार में किसी से नहीं की जा सकती. लेकिन, ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां समर्थ रामदास स्वामी ने महाराजा का इतना सटीक वर्णन किया हो. इसमें उन्होंने महाराज को 'धनी योगी' कहा है. रतन टाटा के बारे में सोचते समय 'धनी योगी' की उपमा बिल्कुल फिट बैठती है. इतने अमीर होने के बावजूद उन्होंने कभी अपनी दौलत का दिखावा नहीं किया. यह और भी दुखद है कि ऐसे व्यक्ति को आने वाली पीढ़ियां नहीं देख पाएंगी."
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