Mumbai AQI Today: अब भी जहरीली है मुंबई की हवा, BMC की सख्ती के बाद थोड़ा सुधार, लेकिन चिंताजनक है स्थिति
Mumbai AQI Today: मुंबई में सुबह से ही हवा की गुणवत्ता खराब रही, AQI लगभग 217 दर्ज किया गया. बीएमसी की सख्ती के बाद AQI में हल्का सुधार दिखा, लेकिन हवा अभी भी प्रदूषित बनी हुई है.

मुंबई में हवा की गुणवत्ता लगातार ख़राब बनी हुई है. आज (मंगलवार, 2 दिसंबर) की सुबह 5 बजे मुंबई का AQI 217 के करीब पहुंच गया. मुंबई की हवा की गुणवत्ता सुबह औसतन AQI 180 रहा . नवंबर महीने के आख़िरी दो सप्ताह से लेकर आज तक मुंबई शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘खराब’ से लेकर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ था, जिससे नागरिकों की चिंता बढ़ गई थी. 26 नवंबर को मुंबई का AQI 223 के करीब था.
बीएमसी ने प्रदूषण नियंत्रण के कदम तेज़ किए
इसी स्थिति को देखते हुए बीएमसी ने प्रदूषण नियंत्रण की कार्रवाई को पूरे शहर और उपनगरों में तेज़ कर दिया. पिछले 48 घंटों में AQI में सुधार दर्ज किया गया है. मुंबई में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार बिगड़ रही वायु गुणवत्ता को देखते हुए नगर निगम द्वारा उठाए गए कड़े कदम अब असर दिखाने लगे हैं.
निर्देशों और निगरानी का कड़ा पालन
महानगरपालिका आयुक्त भूषण गगराणी के अनुसार, प्रदूषण कम करने के लिए लागू 28-बिंदु निर्देशों पर सख्ती से अमल कराया जा रहा है. नियमों का उल्लंघन करने वाले सरकारी, गैर-सरकारी और निजी निर्माण कार्यों पर कड़ी कार्रवाई जारी है. कई साइटों को ‘स्टॉप वर्क’ नोटिस भी दिए गए हैं.बीएमसी ने स्पष्ट किया है कि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-4 फिलहाल मुंबई में लागू नहीं है, लेकिन हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है.
मॉनिटरिंग और नागरिक सहयोग की पहल
नगर निगम ने सभी वार्डों में 94 फ्लाइंग स्क्वॉड भी नियुक्त किए हैं, जो निर्माण साइटों पर AQI सेंसर, नियमों के पालन और अन्य गतिविधियों की जांच कर रहे हैं. मुंबई पोर्ट ट्रस्ट क्षेत्र में शेकोटियां बंद करने के निर्देशों का भी अच्छा प्रभाव देखने को मिला है. अतिरिक्त आयुक्त (शहर) डॉ. अश्विनी जोशी की निगरानी में प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए कई पहलें एक साथ चल रही हैं. इसमें बेकरी और स्मशानभूमियों को स्वच्छ ईंधन पर स्थानांतरित करने, मिस्टिंग मशीनों और सड़क धुलाई के ज़रिये धूल कम करने, निर्माण स्थलों की नियमित मॉनिटरिंग और जनजागरूकता अभियान शामिल हैं.
बीएमसी का कहना है कि प्रशासनिक कार्रवाई के साथ मौसम में आए बदलाव ने भी सुधार में योगदान दिया है. पहले हवा की गति 3–4 किमी/घंटा थी, जिससे प्रदूषक हवा में फंस जा रहे थे. अब हवा की रफ़्तार बढ़कर 10–18 किमी/घंटा हो गई है, जिससे प्रदूषण फैलने में मदद मिली और AQI में गिरावट दर्ज की गई. प्रशासन ने नागरिकों और निर्माण परियोजनाओं से जुड़े लोगों से अपील की है कि वे पर्यावरण संबंधी सभी नियमों का पालन करें, खुले में कचरा न जलाएं और प्रदूषण रोकने के लिए बीएमसी के प्रयासों में सहयोग दें.
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Source: IOCL























