नरहरी झिरवल कौन हैं और क्या है उनकी मांग? मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदे
Narhari Zirwal News: नरहरी झिरवाल महाराष्ट्र की सियासत का एक बड़ा चेहरा हैं. वो अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी NCP के विधायक हैं. मौजूदा वक्त में डिप्टी स्पीकर के रुप में संवैधानिक पद पर तैनात हैं.
Who Is Narhari Zirwal: महाराष्ट्र की राजनीति में शुक्रवार (4 अक्टूबर) को बेहद ही अजीब नजारा दिखा. अपनी ही सरकार के खिलाफ राज्य विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल शुक्रवार (4 अक्टूबर) मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदने के बाद अचानक चर्चा में आ गए. नरहरी झिरवल महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार गुट के नेता हैं.
नरहरी झिरवाल महाराष्ट्र की सियासत का एक बड़ा नाम हैं. वो अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी एनसीपी के विधायक हैं. नरहरी झिरवाल का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक सामान्य परिवार में हुआ. वो आदिवासी समुदाय से आते हैं. मौजूदा वक्त में वो महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल शुक्रवार को मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूद गए. हालांकि सुरक्षा जाली होने की वजह से वो अटक गए और उन्हें नुकसान नहीं हुआ. अजित पवार गुट के विधायक झिरवल को बचाने के लिए सुरक्षाकर्मी मशक्कत करते दिखे. धनगर समाज को ST कोटे से आरक्षण… pic.twitter.com/TR2O2WgJkW
— ABP News (@ABPNews) October 4, 2024
नरहरी झिरवल की क्या है मांग?
नहरी झिरवल, धनगर समाज को ST कोटे से आरक्षण देने का विरोध कर रहे हैं और इसी के चलते शुक्रवार को उन्होंने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगाई. उनका आरोप है कि उनकी मांगें नहीं सुनी जा रही, इसलिए नाराजगी में वह मंत्रालय से कूद गए. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने इस तरह से विरोध प्रदर्शन क्यों किया, झिरवाल ने कहा, ''मैं पहले आदिवासी हूं फिर विधायक और डिप्टी स्पीकर हूं. सीएम एकनाथ शिंदे को प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करना चाहिए.''
मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदे झिरवल
बता दें कि दक्षिण मुंबई स्थित राज्य सचिवालय में शुक्रवार को उस समय अजीब स्थिति पैदा हो गई जब महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि झिरवाल सहित कुछ आदिवासी नेता धनगर समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने का विरोध करने के लिए मंत्रालय में बने सुरक्षा जाल पर कूद गए. हालांकि जाल की वजह से कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
अधिकारियों के मुताबिक इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ. प्रदर्शनकारियों में राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के 2 विधायक और एक सांसद शामिल थे. अजित पवार गुट के विधायक झिरवाल और किरण लहामाटे और बीजेपी के आदिवासी सांसद हेमंत सवारा उन लोगों में शामिल हैं, जो तीसरी मंजिल से सुरक्षा जाल पर कूद गए थे, जिसे 2018 में सचिवालय में लगाया गया था.
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