MP: पन्ना टाइगर रिजर्व में मंत्रियों को बाघ दिखाने का वीडियो वायरल, NTCA से की गई शिकायत
MP News: पन्ना टाइगर रिजर्व में मंत्रियों द्वारा वन्यजीव नियमों का गंभीर उल्लंघन सामने आया है. कथित तौर पर दो हाथियों का इस्तेमाल कर बाघ का रास्ता रोककर पांच मंत्रियों को उसका दीदार कराया गया.

मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व (PTR) में मंगलवार को वन्यजीव नियमों के गंभीर उल्लंघन का मामला सामने आया है. एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कथित तौर पर दो हाथियों का इस्तेमाल करके एक बाघ का रास्ता रोककर जिप्सी में सवार पांच मंत्रियों को बाघ का दीदार कराया गया. इस प्रकरण की शिकायत नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) से की गई है.
मामला उस समय सामने आया जब राज्यमंत्री लखन पटेल ने मंगलवार (9 दिसंबर) को यह वीडियो खुद इंटरनेट मीडिया पर साझा कर दिया. वायरल वीडियो और स्थानीय लोगों के मुताबिक, गश्ती दल के दो हाथी बाघ का रास्ता रोके हुए दिखे. इस दौरान जिप्सी में सवार पांच मंत्रियों ने करीब 10 मिनट तक बाघ का दीदार किया.
आज प्रातः पन्ना टाइगर सफ़ारी में मा. मंत्री श्री @prahladspatel जी के साथ भ्रमण का अनुभव अत्यंत रोमांचक, आकर्षक और आनंददायक रहा। यह मेरे जीवन का पहला जंगल सफारी का अनुभव था। प्रकृति की गोद में चीतल, सांभर, शेर व अन्य वन्यजीवों को नजदीक से देखना अत्यंत आनंददायक एवं शिक्षाप्रद था। pic.twitter.com/8o3rW2d8sU
— Lakhan Patel (@Lakhan_BJP) December 9, 2025
शामिल मंत्री
मंत्रियों में प्रहलाद पटेल, विजय शाह, इंदर सिंह परमार, लखन पटेल और दिलीप अहिरवार शामिल थे. वन्य प्राणी एक्टिविस्ट अजय दुबे ने NTCA के सदस्य सचिव को भेजी शिकायत में इस मामले को अवैधानिक बताया है. वन्य प्राणी एक्टिविस्ट अजय दुबे के शिकायत में कहा गया है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के कारण सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों और वाइल्ड लाइफ के नियमों का उल्लंघन हुआ है. 8 दिसंबर को मुख्यमंत्री और 9 दिसंबर को कुछ मंत्रियों और अफसरों ने जंगल सफारी की, जिसमें कई अनियमितताओं की जानकारी मिली है. एक्टिविस्ट ने जिम्मेदारों पर विधिसम्मत कार्रवाई करने की मांग की है.
पार्क प्रबंधन ने साधी चुप्पी
पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारी मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. हालांकि, उन्होंने यह ज़रूर स्वीकार किया कि हाथियों के ज़रिए बाघ की निगरानी की जा रही थी. आधिकारिक तौर पर इस प्रकरण पर पार्क प्रबंधन अंजान बना हुआ है. गुरुवार (11 दिसंबर) को अधिकारियों के बयान आने की उम्मीद है. इस मामले को लेकर अब राज्य में राजनीति भी तेज हो गई है.
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने बीजेपी के मंत्रियों को अय्याश बताते हुए दोषी मंत्रियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी पूरे मामले को सिरे से खारिज कर रही है.
Source: IOCL
























