मध्य प्रदेश: 'अभी से पेट में चूहे काटने लगे...', सागर में 2 बीजेपी नेताओं में खींचतान, सामने आई कलह
MP News: मध्य प्रदेस के सागर में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच कलह खुलकर सामने आ गई है. गोविंद सिंह ने पूर्व मंत्री का बिना नाम लिए जमकर हमला बोला.

मध्य प्रदेश के सागर जिले की सियासत में मोहन यादव सरकार के मंत्री गोविंद राजपूत और पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच एक बार फिर से बयानबाजी तेज हो गई है. बीते दिनों सागर जिले दौरे पर आए सीएम डॉ मोहन यादव ने जैसीनगर का नाम 'जय शिवनगर' करने का ऐलान किया था. जिसको लेकर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बिना नाम लिए पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा अपना घर देखो, हमारा जैसीनगर में मत देखो. सागर जिले की सुरखी सीट से मंत्री गोविंद राजपूत विधायक हैं. वहीं पूर्व गृहमंत्री और खुरई से विधायक भूपेन्द्र सिंह सुरखी से दो बार विधायक रह चुके है.
मंच से लगाए आरोप
प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद राजपूत ने पूर्व गृहमंत्री व खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह को खुले मंच से बगैर उनका नाम लिए खूब खरी-खरी सुनाई है. उन्होंने कहा कि वे मुझसे पहले सुरखी से 10 साल विधायक रहे, लेकिन एक पुलिया तक नहीं बनवा पाए. किसी टूटी पुलिया पर उनका नाम लिखा हो तो बता दें.
उन्होंने आगे कहा, "अभी 'जैसीनगर' का नाम बदलकर 'जयशिव नगर' करने का प्रस्ताव गया भी नहीं और 'उनके पेट में चूहा काटने लगे'. विरोध करने अपने लोग, भतीजों और कांग्रेस के चार- पांच लोगों को भेज दिया ज्ञापन देने. बोल रहे हैं कि जयशिव नगर बन गया है, जैसीनगर जयशिव नगर बन गया तो 'हमारे राजाओं का अपमान' हो रहा है."
'अपना घर देखो'
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत यहीं नहीं रुके उन्होंने ठेठ बुंदेली अंदाज में मंच से भूपेंद्र सिंह का नाम लिए बगैर नसीहत दे डाली कि "भैया अपनो घर देखो, हमाए जैसीनगर पर पथरा ने फेंको. तुम्हें जो बनाने सो जाओ तुम्हाओ घर है, तुम्हाई विधानसभा है सो उते करो." उन्होंने कहा कि जैसीनगर के लोग अब दूसरों की बातों में आने वाले नहीं है. ये जैसीनगर हमारा परिवार है. इस परिवार को हमने अपने खून से सींचा है.
'प्रस्ताव भी नहीं गया और पेट में चूहा काटने लगे'
उन्होंने कहा कि अकेला शिव नगर नहीं बल्कि 'जयशिवनगर' बना रहे थे. अगर 'राजा जयसिंह' के नाम पर अगर हमारे जैसीनगर का नाम पड़ा होगा तो नाम नहीं बदला जयशिव नगर! मुख्यमंत्री ने कहा था आप प्रस्ताव भेजो हम घोषणा कर देंगे. अभी प्रस्ताव भी नहीं गया और पेट में चूहा काटन लगे.
मंत्री ने ये भी कहा, "अरे तुम्हाए राजा आएं कि हमाए राजा आएं. हमाए जैसीनगर के राजा आएं. अरे जब 500 करोड़ की घोषणा हो सकती है तो, तुम्हाई मूर्ति की घोषणा क्यों नहीं हो सकती. अरे तुम क्या बनाओगे? राजा जयसिंह की मूर्ति जैसीनगर के लोग कहेंगे तो तुम्हारा विधायक आपका जनसेवक गोविंद सिंह बनवाए. ऐसी भव्य और सुंदर मूर्ति बनवाएंगे कि लोग देखते रह जाएंगे. एक समाज के नहीं हम सारे समाजों का सम्मान करते हैं, जैसा सारे समाजों ने हमारा सम्मान किया."
सीएम ने की थी घोषणा
बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री मोहन यादव गोंविद राजपूत की सुरखी विधानसभा के जैसीनगर में एक सरकारी कार्यक्रम में आए थे. मंच पर उनसे जैसीनगर का नाम बदलकर जयशिव नगर करने की मांग रखी गई थी. उन्होंने कहा था कि आप प्रस्ताव भेजिये हम जयशिव नगर कर देंगे.
इसके ठीक दो दिन बाद भूपेंद्र सिंह गुट के माने जाने वाले कुछ क्षत्रिये समाज के पदाधिकारी जो भूपेंद्र सिंह ग्रुप के माने जाते हैं, उन्होंने सागर कलेक्ट्रेट में पहुंचकर विरोध में ज्ञापन दिया था. उन्होंने कहा था कि यह राजा जयसिंह का अपमान है, जिनके नाम पर जैसीनगर का नाम है. हालांकि प्रदर्शन करने वालों में सभी भूपेंद्र सिंह ग्रुप से जुड़े माने जाने लोग ही शामिल थे.
Source: IOCL





















