Group Captain Varun Singh: भोपाल में पंच तत्व में विलीन हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, CM शिवराज ने दी अंतिम विदाई
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज भोपाल में अंतिम संस्कार कर दिया गया.कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में वे गंभीर रूप से घायल हुए थे,अस्पातल में 8 दिन तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद बुधवार को उनका निधन हो गया था.
एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का आज भोपाल में अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनके भाई और बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी. बेटे की अंतिम विदाई पर पिता काफी भावुक हो उठे. वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन ने शहीद कैप्टन को सलामी दी. उन्होंने कैप्टन वरुण सिंह के परिवार को काफी ढांढस भी बधाया. तीनों सेनाओं- जल, थल और नभ के अधिकारियों ने भी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की. इस दौरान पूरे सैन्य सम्मान के साथ कैप्टन को अंतिम विदाई दी गई.
रास्ते भर लोगों ने कैप्टन वरुण सिंह अमर रहे के लगाए नारे
बता दें कि सेना के थ्री-ईएमई सेंटर स्थित मिलिट्री अस्पताल से कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह बैरागढ़ स्थित यथाशक्ति विश्राम घाट पर सुबह 11 बजे लाई गई थी. फूलों से सजे सेना के ट्रक में वरुण सिंह के पार्थिव शरीर को रखा गया था. इस दौरान रास्ते भर में लोगों ने वरुण सिंह को श्रद्धांजली दी और वरुण सिंह अमर रहे के नारे भी लगाए.
और पंच तत्वों में विलीन हो गया #VarunSingh का पार्थिव शरीर .. वीर सैनिक को सम्मान के साथ दी विदाई भोपाल के लोगों ने @ABPNews @awasthis @SanjayBragta @pankajjha_ @neeraj_rajput #VarunSingh #BipinRawatHelicopterCrash pic.twitter.com/N3cAXYUld8
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) December 17, 2021
8 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ी
बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में एक मात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार को बेंगलुरू स्थित कमांड हॉस्पिटल में निधन हो गया था. उन्होंने 8 दिन तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ी लेकिन वे बच ना सके. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को मी17वी5 हेलीकॉप्टर क्रैश में गंभीर चोटें आई थी. उनकी हालत गंभीर थी. शुरूआत में उन्हें वेलिंगटन के मिलि्ट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. लेकिन अगले ही दिन उन्हें बेंगलुरू में वायुसेना के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया था. उसके बाद से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी.
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वायुसेना में वर्ष 2004 में शामिल हुए थे
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वायुसेना में वर्ष 2004 में शामिल हुए थे. वे एक फाइटर पायलट थे और स्वदेशी लड़ाकू विमान, एलसीए तेजस उड़ाते थे. पिछले साल यानि अक्टूबर 2020 में एलसीए तेजस फाइटर जेट में मिड-एयर आई खराबी के बावजूद उन्होनें विमान को सुरक्षित रनवे पर उतार दिया था. हालांकि, एटीसी ने उन्हें तेजस से इजिक्ट करने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्होनें विमान नहीं छोड़ा और विमान सहित सकुशल उतर आए.उनकी इस सूझबूझ और बहादुरी के लिए उन्हें इसी साल स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से नवाजा गया था. फिलहाल, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में फैकलटी के तौर पर तैनात थे. हादसे के दिन वे सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित बाकी सैनिकों को लेने के लिए सुलूर एयरबेस पर गए थे.
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