Khatua Murder Case: खटुआ मर्डर केस में आया नया मोड़, पत्नी ने पुलिस पर लगाया दवाब बनाने का आरोप, जानें पूरा मामला
खटुआ मर्डर केस में आया नया मोड़ आ गया है. खटुआ की पत्नी ने पुलिस की एसआईटी टीम पर दवाब बनाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों से इंकार किया है.

Khatua Murder Case: गन कैरिज फैक्ट्री(जीसीएफ) जबलपुर के अधिकारी एस सी खटुआ की मौत की गुत्थी दो साल बाद भी सुलझ नहीं पाई है. अब इस मामले में फिर एक नया मोड़ आ गया है. खटुआ की पत्नी ने पुलिस की एसआईटी टीम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एस सी खटुआ की पत्नी मौसमी खटुआ का आरोप है कि पुलिस इस मामले की सीबीआई जांच के लिए हाई कोर्ट में लगाए गए उनके आवेदन को वापस लेने का दबाव बना रही है. खटुआ की रहस्यमय मौत का मामला जीसीएफ में निर्मित देश की सबसे बड़ी धनुष तोप में चायनीज बैरल लगाने के गंभीर षणयंत्र से जुड़ा हुआ है.
एसआईटी अधिकारी पर लगाया आरोप
खटुआ की मौत की जांच जबलपुर पुलिस की एसआईटी टीम कर रही है. खटुआ की पत्नी मौसमी खटुआ का आरोप है कि उन्होंने पुलिस जांच पर भरोसा नहीं था तभी उन्होंने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने का आवेदन हाई कोर्ट में दिया है. मौसमी खटुआ ने बताया कि एसआईटी के अधिकारी तरह-तरह से दबाव बनाकर उनसे हाई कोर्ट से आवेदन वापस लेने को कह रहे हैं. इसके लिए उन्हें और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है. वहीं पुलिस किसी भी तरह के दबाव डालने के आरोप से इनकार कर रही है. जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है कि खटुआ की मौत की जांच पुलिस गंभीरता से कर रही है.
हाईकोर्ट ने जवाब देने के लिए पुलिस को दी मोहलत
आपको बता दें कि हाई कोर्ट ने जबलपुर के बहुचर्चित जीसीएफ चार्जमैन खटुआ हत्याकांड मामले में एसपी, जबलपुर को जवाब के लिए मोहलत दे दी है. पिछली सुनवाई में न्यायमूर्ति विशाल धगट की एकलपीठ को जानकारी दी गई कि एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा अभी अवकाश पर हैं. इस पर कोर्ट ने एसपी को अगली सुनवाई में हाजिर रहकर अब तक एसआइटी ने इस मामले में क्या कार्रवाई की है, यह भी बताने को कहा है.
17 जनवरी 2020 की है पूरी घटना
गौरतलब है कि जीसीएफ में बनने वाली धनुष आर्टलरी गन में चायनीज वायर लैस रोलिंग बैरिंग का इस्तमाल किया गया था. डिफेंस सेक्टर में चीन के माल का उपयोग किया जाना प्रतिबंधित है. दिल्ली सीबीआई ने जून 2017 में प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई थी कि वायरलैस रोलिंग बैरिंग का ठेका दिल्ली की सिद्धा सेल्स सिंडीकेट कंपनी को दिया गया था. कंपनी द्वारा जिन बैरिंग की सप्लाई की गयी थी कि उसमें मेड इन जर्मन लिखा था परंतु उनका निर्माण चीन में हुआ था. जिसके बाद से मामलें की जांच सीबीआई कर रही थी. इस मामले में मृतक एस सी खाटुआ भी संदिग्ध थे और सीबीआई दो बार पूछताछ करने के बाद उनके घर से दस्तावेज भी जब्त किये थे.
जिसके बाद जीसीएफ में जेडब्ल्यूएम के पद पर पदस्थ एस सी खटुआ 17 जनवरी 2020 की सुबह 7 बजे घर से निकले थे तभी से वह लापता थे. उनकी पत्नी शारदा खटुआ ने उनके लापता होने की रिपोर्ट 18 जनवरी को शाम को घमापुर थाने में दर्ज करवाई थी. लापता अधिकारी का शव 15 दिन बाद फैक्टरी के सेक्शन 2 में मार्ग पर स्थित पुल के बगल से जाने वाले रास्ते में मिला. शव के पास से उनकी स्कूटी गाड़ी तथा एक ब्लेड भी मिला था.
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Source: IOCL























