कश्मीर में अभी नहीं टला बाढ़ का खतरा! प्रशासन अलर्ट, लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी
Jammu Kashmir Flood: कश्मीर में मानसून के खतरे को देखते हुए संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने प्रशासन को अलर्ट पर रखा है. सेना, पुलिस, एसडीआरएफ और नागरिक प्रशासन की टीमें तैनात हैं.

कश्मीर के संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने कहा कि कश्मीर घाटी में संभागीय प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है और सभी विभाग मानसूनी बारिश और बाढ़ के खतरों के बीच लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अगले दो हफ़्ते कश्मीर घाटी के लिए महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि मानसून अभी भी सक्रिय है और लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम संबंधी अलर्ट पर नज़र रखनी चाहिए.
श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जनता ने उल्लेखनीय धैर्य दिखाया है. गर्ग ने कहा, "सेना, पुलिस, एसडीआरएफ और नागरिक प्रशासन की टीमें ज़मीनी स्तर पर तैनात हैं. बाढ़ नियंत्रण विभाग झेलम और उसकी सहायक नदियों पर कड़ी नज़र रख रहा है." उनके अनुसार, संगम और राम मुंशी बाग में जलस्तर अब कम होने लगा है.
VIDEO | “Next 15 days are crucial. All weather advisories must be strictly followed,” says Jammu Divisional Commissioner Anshul Garg.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 28, 2025
(Full video available on PTI Videos- https://t.co/dv5TRAShcC) pic.twitter.com/2c8VUI7TgA
'अवैध रेत खनन पर भी लगाया जा रहा है अंकुश'
उन्होंने कहा, "झेलम के उच्च स्तर पर पहुंचने के बावजूद, पिछले दो दिनों में किसी भी तटबंध में कोई दरार नहीं आई है." उन्होंने यह भी कहा कि नदी के किनारों की सुरक्षा के लिए अवैध रेत खनन पर भी अंकुश लगाया जा रहा है. मंडलायुक्त ने कहा कि आने वाले दो हफ़्ते बेहद अहम हैं क्योंकि मानसून मध्य सितंबर तक जारी रहेगा.
प्रशासन चौबीसों घंटे करेगा काम
उन्होंने कहा, "मौसम के पूर्वानुमान नियमित रूप से साझा किए जाएँगे और लोगों को सलाह का पालन करना होगा. प्रशासन चौबीसों घंटे काम करेगा और आपातकालीन नंबर पहले से ही सक्रिय हैं."
'स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है प्रशासन'
गर्ग ने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं और 150 से ज़्यादा संवेदनशील जगहों पर नज़र रखी जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के निर्देश पर बीएसएनएल समेत सेवा प्रदाताओं के साथ मोबाइल कनेक्टिविटी के मुद्दों पर चर्चा की जा रही है. गर्ग ने निष्कर्ष निकाला, "कुल मिलाकर, जलस्तर घट रहा है और लोगों को घबराना नहीं चाहिए. प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है."
Source: IOCL






















